गौरतलब है कि चीन, नेपाल और भूटान की सीमा से सटा शांतिप्रिय राज्य सिक्किम अपने अस्तित्व को बचाने में लगा हुआ है क्योंकि वहां के कुछ नेताओं द्वारा राष्ट्र विरोधी की गतिविधियों को जमकर बढ़ावा दिया जा रहा है. यही कारण है कि राज्य के कई नेताओं द्वारा सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रेम सिंह तमांग के खिलाफ विरोधी स्वर भी मुखर किया था. वहीं सिक्किम की प्रेमा भूटिया ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है कि जल्द ही तमांग की गतिविधियों की जांच कराई जानी चाहिए. इसके अलावा सिक्किम संग्राम परिषद के अध्यक्ष नर बहादुर भंडारी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर प्रेम सिंह की अवांछनीय गतिविधियों की जानकारी देते हुए जांच की मांग की थी. चर्चा है कि अब जल्द ही यह मामला संसद सहित देश की राजधानी दिल्ली को भी गरमाएगा.

बताया जा रहा है कि मंत्री रहते हुए तमांग पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. वह ऐसे पहले विधायक थे जिनके खिलाफ आपराधिक मामले में आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया था. उन पर 4 करोड़ रुपए के लघु उद्योग घोटाले के आरोप के अलावा हत्या के आरोप भी लगे हैं. इसके अलावा राष्ट्र विरोधी ताकतों के साथ प्रेम सिंह की निकटता भी काफी चर्चा में रही. राष्ट्र विरोधी तत्व हमेशा ही सिक्किम में सामाजिक शांति एवं सद्भाव के मार्ग में बाधक बनते हुए गोपनीय तरीके से अपनी गतिविधियां संचालित करते रहे हैं. वहीं तमांग द्वारा एक के बाद एक 4 बार विवाह करते हुए न सिर्फ पारिवारिक मूल्यों को दरकिनार किया बल्कि समाज में उपजे विरोधों की भी परवाह नहीं की.