आपदाओं के दौरान मनोवैज्ञानिक, सामाजिक समर्थन और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में राष्ट्रीय दिशानिर्देश जारी करते हुए श्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम को प्राथमिक देखरेख स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक हजार करोड़ रुपए के प्रावधान के साथ शुरू किया गया था। ये दिशानिर्देश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने तैयार किए हैं।
समुदाय की जरूरतों को महसूस करते हुए और विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में जीवन दक्षता प्रशिक्षण एवं परामर्श सेवाओं को भी इन दिशानिर्देशों में शामिल किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में योग्य मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की बहुत कमी है। इसलिए इस कमी को दूर करने के लिए प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम में उत्कृष्टता केन्द्र के तहत मौजूदा 11 मानसिक स्वास्थ्य अस्पतालों संस्थानों को उन्नत किया जा रहा है तथा योग्य श्रमशक्ति पैदा करने के लिए इनको सुदृढ ब़नाया जा रहा है।
प्रत्येक केन्द्र में शैक्षिक प्रखंड, पुस्तकालय, छात्रावास, प्रयोगशालाएं, सहायक विभाग और लैक्चर थिएटर के लिए 30 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इस कार्यक्रम के तहत कुल 330 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया जाएगा, जिसके फलस्वरूप मनोरोग में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए 40 अतिरिक्त सीट और क्लिनीकल मनोविज्ञान तथा मनोरोग सामाजिक कार्य में 176 सीट एम. फिल के लिए और 20 सीट मनोरोग नर्सिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए हर साल उपलब्ध होंगी।#
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मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक हजार करोड़ रुपए की योजना
विशेष संवाददाता - 2010-01-20 12:50
नई दिल्ली : केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की श्रमशक्ति विकास योजना के तहत हर वर्ष 1756 मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता तैयार किए जा सकेंगे। इसके लिए 1000 करोड़ रुपये की योजना बनायी गयी है।