कांग्रेस की स्थिति कितनी खराब हो गई है, इसका अंदाजा एंटोनी के दुख भरे बयान से लगाया जा सकता है। आखिर क्या कारण है कि उन्होंने प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं के प्रति इतना तीखापन दिखाया और कहा कि कांग्रेस को ठीक करने के लिए तीखे इलाज की जरूरत है?
एंटोनी ने कांग्रेसियों को संबोधित करते हुए कहा था कि आप सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात करते हैं, लेकिन केरल में भ्रष्टाचार सभी क्षेत्रों मंे फल फूल रहा है और इसका कोई अपवाद नहीं है। उन्होंने आगे कहा था कि सिर्फ बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, बल्कि इसके लिए कार्रवाई करने की जरूरत है।
एंटोनी कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेहद करीबी भी हैं। सोनिया गांधी उनकी सलाह को बहुत महत्व देती हैं।
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब एंटोनी ने इस तरह की बात की है। फर्क सिर्फ यह है कि इस बार उन्होंने बहुत ही साफ साफ तरीके से अपनी बात रखी है। किसी तरह के इशारे का इस्तेमाल नहीं किया है और न ही अपनी भाषा में किसी प्रकार की लाग लपेट दिखाई है।
उनके इस बयान का जबर्दस्त असर केरल प्रदेश कांग्रेस की राजनीति पर हो रहा है। उनके बयान और भ्रष्टाचार पर गरमा गरम बहस चल रही है और यह बहस सिर्फ कांग्रेस के अंदर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उसके बाहर भी हो रही है।
लेकिन विपक्षी नेता कह रहे हैं कि सिर्फ बात करने से बात नहीं बनेगी। उनका कहना है कि यदि एंटोनी अपनी बातों के प्रति ईमानदार हैं, तो उन्हें आगे भी कार्रवाई करनी होगी। सबसे पहले तो उन्हें भ्रष्ट कांग्रेसी मंत्रियों से इस्तीफा मांगना होगा। यह सीपीआई के प्रदेश सचिव के राजेन्द्रन का कहना है। उन्होंने कहा कि यदि एंटोनी ऐसा नहीं करते हैं, तो लोग यही समझेंगे कि उनका वह बयान एक रूटीन बयान था, जिसका कोई मतलब नहीं होता।
कनम राजेन्द्रन का सही कहना है। यह देखना होगा कि एंटोनी आगे भी कोई कार्रवाई करते हैं या सिर्फ बयान देकर ही संतुष्ट हो जाते हैं।
आशा के अनुरूप एंटोनी के ताजा बयान ने कांग्रेस के अंदर की गुटीय लड़ाई को तेज कर दिया है। केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष वीडी सतीशन ने हमला करते हुए कहा है कि चांडी सरकार भ्रष्टाचार के मामले में खराब दौर से गुजर रही है और मुख्यमंत्री को इसे समाप्त करने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। सतीशन चेनिंथाला गुट के हैं। उन्होंने घोषणा कर दी कि चेनिंथाला की ईमानदार छवि है और इसके कारण वे केरल के मुख्यमंत्री बनने के लिए सबसे ज्यादा योग्य हैं। उनके इस बयान से चांडी गुट के लोगा नाराज हो गए हैं।
चांडी गुट के नेता संस्कृति मंत्री के सी जोसफ ने पलटवार करते हुए कहा है कि सतीशन खुद प्रदेश मंे मंत्री बनना चाहते हैं। लेकिन उनकी इच्छा मुख्यमंत्री चांडी पूरी नहीं कर पा रहे हैं और इसके कारण वे हताशा में इस तरह के बयाना जारी कर रहे हैं। उन्होंने सतीशन पर पार्टी की छवि खराब करने का भी आरोप लगाया और कहा कि इससे विपक्ष को फायदा हो रहा है।
चांडी गुट के नेता एंटोनी के बयान को सामान्य तरीके लेने की सलाह दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि एंटोनी ने एक सामान्य सी बात कही है और उनका गुस्सा भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ है और यह महज संयोग है कि आज कांग्रेस के हाथ में यह व्यवस्था है। (संवाद)
भारत
एंटोनी की साफगोई से केरल प्रदेश कांग्रेस स्तब्ध
पार्टी में गुटबाजी और तेज हुई
पी श्रीकुमारन - 2015-05-19 14:57
तिरुअनंतपुरमः कांग्रेस की केरल ईकाई में दो कारणों से अफरातफरी मची हुई है। एक कारण तो वरिष्ठ कांग्रेस नेता ए के एंटोनी का दिया गया साफ साफ बयान है और दूसरा कारण पार्टी के अंदर गुटबाजी और तेज हो जाना है।