भारतीय जनता पार्टी के लिए यह जीत वास्तव में बहुत बड़ी थी। इस जीत के साथ अब मध्यप्रदेश के सभी 16 नगर निगमों पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा हो गया है। 10 नगर निकायों के लिए मतदान 12 अगस्त को हुए थे और नतीजे 16 अगस्त तो आए। सारंगपुर नगरपालिका के अध्यक्ष का पद कांग्रेस के हाथ में आया है, जबकि घुवारा नगर परिषद का अध्यक्ष पद निर्दलीय को मिला है। शेष सभी निकायों के प्रमुख भारतीय जनता पार्टी के ही बने हैं।
उज्जैन और मोरैना के नगर निगम के लिए भी चुनाव हुए थे। उन दोनों के मेयर पद पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा हो गया है। विदिशा और हरदा नगरपालिकाओं के प्रमुख भी भाजपा के ही बने हैं। इनके अलावा कोटार, चाकघाट, भैंसदेही और सुवासारा नगर परिषदों के प्रमुख के पद भ्ज्ञी भाजपा के पास आए हैं।
मेयर और अध्यक्ष के पद ही नहीं, सभी नगरों और महानगरों के अधिकांश वार्ड आयुक्तों के पदों पर भी भाजपा के उम्मीदवार ही विजयी हुए हैं। मोरैना और उज्जैन नगर निगम के मेयर पदों पर कब्जे के बाद अब भारतीय जनता पार्टी का कब्जा प्रदेश के सभी 16 महानगरों के मेयर पदों पर हो गया है।
संयुक्त अरब अमीरात की अपनी यात्रा पर जाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ट्यूटर संदेश में कहा कि मध्यप्रदेश नगर निकायों के चुनाव में पार्टी की जीत पर उन्हें बहुत खुशी हुई है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी मंे आस्था रखने के लिए मध्यप्रदेश के लोगों को धन्यवाद भी दिया।
जीत ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकत्र्ताओं और नेताओं के हौसलों को बढ़ाया है और दूसरी तरफ कांग्रेस कैंप में हताशा का माहौल व्याप्त हो गया है।
भारतीय जनता पार्टी के खेमे में प्रधानमंत्री के ट्वीट को लेकर भी तरह तरह की बातें की जा रही है। कुछ लोग इस बात पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री जैसे पद पर रहते हुए नरेन्द्र मोदी ने नगर निकायों के चुनावों के नतीजे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। वहीं बधाई देते समय उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान का कोई उल्लेख नहीं किया। चैहान का उल्लेख नहीं किया जाना, अलग किस्म की अटकलबाजियों को बढ़ावा दे रहा है।
प्रधानमंत्री के ट्यूटर संदेश आने के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर व्यापम घोटाले पर प्रधानमंत्री के चुप्पी को लेकर उन्हें आड़े हाथों लिया और कहा कि उन्हें अपने ट्यूटर संदेश द्वारा उस मसले पर भी चुप्पी तोड़नी चाहिए।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने नगर निकायों के चुनावों में अपनी पार्टी की जीत पर तो तुरंत प्रतिक्रिया जाहिर कर दी, लेकिन व्यापम के भ्रष्टाचार के मसले पर वे अपना मुह अभी भी नहीं खोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को व्यापम के अलावा सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे सिंधिया और पंकजा मुंडे के भ्रष्टाचार पर भी अपना मुह खोलना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रघानमंत्री ने अब मस्जिदों में भी जाना शुरू कर दिया है।
उधर भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली मंे कहा कि मध्यप्रदेश मंे हुई हार पर कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि आखिर वह बार बार क्यों हार रही है। भाजपा ने अपनी जीत के लिए विकास की राजनीति को जिम्मेदार बताया।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने प्रदेश मंे कांग्रेस की हार के लिए गुटबाजी को जिम्मेदार बताया। (संवाद)
भारत: मध्य प्रदेश
नगर निकायों के चुनावी नतीजे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को राहत
एल एस हरदेनिया - 2015-08-19 11:50
भोपालः नगर निकायों के चुनावों के नतीजे भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में रहे हैं। 10 निकायों के चुनाव हुए थे और उनमें से 8 पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई। एक नगर निकाय पर कांग्रेस का कब्जा हुआ, जबकि अन्य एक पर निर्दलीय की जीत हुई।