पार्टियों के अंदर भी टिकट पाने की मारामारी हो रही है। सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस इस मारामारी की शिकार हो ही रही है, टिकट पाने और दिलाने के तनाव के बीच केरल कांग्रेस(मणि) के सामने तो विभाजन की समस्या भी आकर खड़ी हो गई है।
केरल कांग्रेस (मणि) के अध्यक्ष के एम मणि कह रहे हैं कि उनकी पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं है, पर सच्चाई यह है कि अंदर भूचाल आया हुआ है। यही कारण है कि उन्होंने अपनी पार्टी के लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि पार्टी के अंदर का मतभेद सामने नहीं आना चाहिए। मणि ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो पार्टी को लेकर बाहर में बयानबाजी कर रहे हैं, उनके साथ वही होगा, जो विक्षुब्ध पार्टी नेता पी सी जार्ज का हुआ है।
लेकिन मणि की चेतावनी का पी जे जोसफ गुट पर कोई असर नहीं हुआ है। जोसफ गुट के नेता इस बार ज्यादा सीटें मांग रहे हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में जोसफ गुट ने चार विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ा था, जबकि मणि गुट को 11 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला थां जोसफ गुट के 4 में से 3 उम्मीदवार जीत गए थे, जबकि मणि गुट के 11 में से मात्र 5 को ही जीत हासिल हो सकी थी।
अब हालत यह है कि मणि गुट के लोग ही ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं। यह मांग जोसफ गुट के दावे को कमजोर करने के लिए है। दूसरी तरफ इस बार जोसफ गुट अपने लिए 7 सीटों की मांग कर रहा है।
जिन तीन उम्मीदवारों के लिए जोसफ गुट टिकट मांग रहा है, वे हैं- पी सी जोसफ, एंटोनी राजू और केसी जोसफ। लेकिन मणि गुट उन्हें टिकट देने से साफ मना कर रहा है। वैसा करने से एंटोनी राजू बहुत परेशान हैं। इसका कारण यह है कि जब मणि के खिलाफ प्रदेश भर में माहौल बहुत खराब था, तो वे उनकी सार्वजनिक बहसों में बचाव कर रहे थे। इसके लिए एंटोनी को बहुत आलोचना का सामना भी करना पड़ रहा था।
पूंजर सीट के लिए बहुत मारामारी हो रही है। इस सीट से पी सी जाॅर्ज पिछले विधानसभा चुनाव में जीते थे। उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है। उस सीट से केरल कांग्रेस(मणि) का उम्मीदवार कौन होगा, उसी को लेकर सबसे ज्यादा विवाद है। उस सीट से फ्रांसिस जाॅर्ज जोसफ गुट से प्रबल दावेदार हैं, पर मणि उनकी मांग को मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
2011 के विधानसभा चुनाव के पहले जोसफ गुट सीपीएम के नेतृत्व वाले यूडीएफ का हिस्सा था। उस गुट ने अपना विघटन कर केरल कांग्रेस(मणि) में अपने को शामिल कर लिया। इस गुट के नेताओं की शिकायत है कि उनकी उसी समय से उपेक्षा की जा रही है। लेकिन मणि गुट इससे इनकार कर रहा है। उसका कहना है कि यदि उसे 15 से ज्यादा सीटें चुनाव लड़ने को मिलीं, तभी वह जोसफ गुट को ज्यादा टिकट दे सकता है।
खबरें यह भी आ रही है कि मणि गुट इस बात से नाराज है कि जब उसके नेता मणि पर बार घूसकांड में चैतरफा हमले हो रहे थे, तो उस समय जोसफ गुट के नेताओं ने उनका पूरा समर्थन नहीं किया था। इसी का बदला मणि गुट अब लेना चाहता है।
अब तो अफवाह यह भी है कि मणि की पार्टी में विभाजन भी हो सकता है। पी जे जोसफ से जुड़े लोगों का कहना है कि वे किसी भी हालत में अपनी मांग से पीछे हटने वाले नहीं हैं। (संवाद)
यूडीएफ में सीट बंटवारे को लेकर संकट
केरल कांग्रेस (मणि) विभाजन की ओर
पी श्रीकुमारन - 2016-02-25 12:39
तिरुअनंतपुरमः बाहर से से सबकुछ ठीक दिख रहा है, लेकिन अंदर से यूडीएफ के घटक दलों में ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करने के लिए जंग छिडी हुई है।