विकास के इस मिशन का नाम ’’नव केरल मिशन’’ रखा गया है। इससे प्रदेश के राज्यपाल पी सथाशिवम इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि देश के अन्य राज्य भी केरल से सीख लेंगे और उसे अपने प्रदेश में लागू करना चाहेंगे।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में राज भवन परिसर में सब्जी उगाने, कूड़े का प्रबंधन करने और प्लास्टिक हटाने में खुद द्वारा की गई पहल का भी उल्लेख किया।
यह मिशन जिन चार क्षेत्रों पर फोकस करने वाले हैं, वे हैं- स्वास्थ्य, आवास, शिक्षा और खेती।
हरित केरलम खेती से संबंधित है। यह आॅर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने वाला है। इससे सतत विकास का लक्ष्य हासिल किया जाने वाला है। धान और सब्जियों की खेती को केन्द्रित करके इसकी योजना तैयार की गई है।
अर्दम का संबंध स्वास्थ्य से है। सरकारी अस्पतालों की सेवाओं को बेहतर बनाया जाना और वहां साफ-सफाई का ध्यान रखना इसका ध्येय है।
इनके अलावा लोगों को आवास उपलब्ध कराना और बेहतर शिक्षा देने के लिए भी योजनाएं तैयार की गई हैं। जन शिक्षा पर ज्यादा जोर दिया जाएगा और सरकारी स्कूलो के स्तर को बेहतर किया जाएगा।
अब तक विजयन सरकार के विरोधी इसे विकास विरोधी सरकार बता रहे थे। इस मिशन के द्वारा सरकार अपने विरोधियों का मुह बंद करने जा रही है। और इसमें वह सफल होती भी दिखाई पड़ रही है। विरोधी अब इंतजार कर रहे हैं और योजनाओं के क्रियान्वयन में खामियां निकालने के आसरे हैं।
शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और आवास के क्षेत्र में केरल ने पहले से भी अच्छा विकास कर रखा है। देश के अनेक प्रदेशों से इन सेक्टर मंे केरल की स्थिति बेहतर है। अब सरकार उनकी स्थिति और भी बेहतर करने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री पी विजयन ने इसकी घोषणा की।
इस बीच केन्द्र सरकार ने भी केरल की विजयन सरकार की सराहना करते हुए विकास के इस मिशन की प्रशंसा की है।
केन्द्रीय परिवहन मेंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जब से पी विजयन की सरकार बनी है, प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण काम ने तेजी पकड़ी है।
गैस पाइपलान की परियोजना के राज्य सरकार से मिल रहे समर्थन की भी गडकरी ने सराहना की।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि पड़ोसी राज्य तमिलनाडु को केरल द्वारा प्रस्तुत किए गए उदाहरण से सीखना चाहिए और गैस पाइप लाइन बिछाने में उसकी तरह ही केन्द्र सरकार का समर्थन करना चाहिए। (संवाद)
नव केरल मिशन: चार क्षेत्रों पर जोर
पी श्रीकुमारन - 2016-11-14 17:07
तिरुअनंतपुरमः केरल में एक बार फिर विकास के प्रयासों की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य प्रदेश का सर्वांगीन विकास करना है।