समिति को निम्नलिखित विषयों पर विचार करना है-
1. पृथक तेलंगाना के साथ साथ अखंड आंध्रप्रदेश की मांग की मांग के संदर्भ में आंध्रप्रदेश की मौजूदा स्थिति का आकलन करना।
2. आंध्रप्रदेश के गठन के समय से लेकर अबतक राज्य में विकास तथा राज्य के विभिन्न क्षेत्रों पर प्रगति एवं विकास के प्रभाव की समीक्षा करना।
3. राज्य के हाल के घटनाक्रम का महिलाओं, बच्चों, छात्रों, अल्पसंख्यकों, अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूजाति जैसे विभिन्न वर्गों पर प्रभाव का आकलन करना।
4. उपरोक्त तीन क्षेत्रों पर विचार करते हुए उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की पहचान करना जिसका समाधान बहुत जरूरी है।
5. उपरोक्त मसलों पर समाज के सभी वर्गों खासकर राजनीतिक दलों एवं अन्य संगठनों के साथ राज्य की मौजूदा स्थिति के समाधान के विभिन्न उपायों और विभिन्न वर्गों के कल्याण के प्रोत्साहन पर विचार विमर्श करना और फिर इसके लिए कार्ययोजना और एक रोडमैप की सिफारिश करना।
6. उपरोक्त मुद्दों के संदर्भ में उद्योग, व्यापार, श्रमिक संगठन, किसान संगठन, महिला संगठन और छात्र संघ जैसे अन्य नागरिक संगठनों के साथ राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास पर विचार विमर्श करना।
7. समिति अन्य कोई सिफारिश दे सकती है यदि वह उपयुक्त समझती हो
बी एन श्री कृष्णा समिति के लिए विषय क्षेत्र घोषित
विशेष संवाददाता - 2010-02-12 12:34
नई दिल्ली: तेलंगाना मुद्दे पर विचार के लिए 03 फरवरी, 2010 को न्यायमूर्ति बी एन श्रीकृष्णा की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति के लिए विषय क्षेत्र घोषित कर दिए गए हैं।