कहा जाता है कि अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ हुई बातचीत में कहा है कि यदि दोनों पार्टियों के बीच तालमेल हो जाए, तो गठबंधन को 300 सीटें मिल जाएंगी। गौरतलब हो कि प्रदेश में 403 विधानसभा की सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 202 सीटें ही काफी हैं।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने प्रदेश के राज्यसभा सदस्यों और विधानसभा सदस्यों से अलग अलग बात की और उनसे समाजवादी पार्टी से गठबंधन के मसले पर उनकी राय जानना चाही। उन्हें लगता है कि सपा और कांग्रेस के गठबंधन से मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण इस मोर्चे की ओर होगा और बसपा की ओर मुस्लिम नहीं जाएंगे।
समाजवादी पार्टी में भी महसूस किया जा रहा है कि पारिवारिक झगड़े के बाद बसपा और भाजपा की चुनौतियों का सामना करने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करना समझदारी भरा काम हो सकता है।
गौरतलब हो कि कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अलग अलग मुलाकात की थी। वे मुलाकातें लखनऊ में ही हुई थी।
शिवपाल सिंह यादव जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय लोकदल और बसपा के पूर्व नेता आरके चैधरी से गठबंधन के लिए बातचीत कर रहे थे, लेकिन उनके साथ गठबंधन करने से मुलायम सिंह यादव ने साफ इनकार कर दिया। कहा जा रहा है कि वैसा मुलायम ने अखिलेश की सलाह पर किया।
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह और जनता दल (यू) के नेताओं ने गठबंधन की बातचीत शुरू नहीं होने का आरोप मुलायम सिंह यादव पर लगाया और इन दलों के नेताओं ने आरके चैधरी से मिलकर आपस में एक गठबंधन बनाने की घोषणा कर डाली है। अब वे अपने गठबंधन के साथ प्रदेश की सभी 403 सीटों पर उम्मीदवार करने की बातें कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता क्रांति कुमार कहते हैं कि यदि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन हो गया, तो मुस्लिम वोट बिखरने से बच जाएगा और मुसलमान बसपा की ओर नहीं जाएंगे। उनका सम्मिलित वोट कांग्रेस-सपा गठबंधन को ही मिलेगा, जिससे गठबंधन की जीत सुनिश्चित हो जाएगी।
पिछली बार कांग्रेस ने बसपा के साथ चुनावी गठबंधन किया था। उस समय उत्तराखंड उत्तर प्रदेश का हिस्सा था और विधानसभा में कुल 425 सीटें थीं। तब कांग्रेस कुल 125 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जबकि बहुजन समाज पार्टी 300 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।
सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी 300 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ना चाहती है। जाहिर है, वह ज्यादा से ज्यादा 103 सीटे कांग्रेस को देगी। दूसरी तरफ कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेगी। कांग्रेस के नेताओं को लगता है कि राहुल और अखिलेश मिलकर सीटों के बारे में फैसला कर लेंगे और गठबंधन हो जाएगा। (संवाद)
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के आसार
प्रदीप कपूर - 2016-12-01 18:20
लखनऊः मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सपा और कांग्रेस के बीच होने वाले चुनावी गठबंधन से संबंधित फैसला लेंगे। भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए दोनों पार्टियां एक दूसरे से हाथ मिलाना चाहती हैं। राजनैतिक सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं के बीच पहले से ही अच्छी समझ है और दोनों एक दूसरे की प्रशंसा करते रहे हैं।