उत्तर प्रदेश महिला कांग्रेस ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध से दस्तावेजी प्रमाण के साथ एक ज्ञापन के जरिए राज्यपाल बी एल जोशी को अवगत कराया। महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार के मामलों से महिला कांग्रेस के एक शिष्टमंडल ने राज्यपाल को गत 16 फरवरी को आगाह करवाया।

महिला कांग्रेस ने आरोप लगाया कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की शिकायत पुलिस प्रशासन से किए जाने के बाद उनका रवैया गैर जिम्मेदाराना होता है और इसके कारण अपराध को और भी बढ़ावा मिलता है।

राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़ों का हवाला देते हुए ज्ञापन में बताया गया कि देश भर में महिलाओं के खिलाफ जितने अपराध हो रहे हैं, उनका 55 प्रतिशत अकेले उत्तर प्रदेश में हो रहा है। यह 2006 से 2009 के आंकड़े के आधार पर कहा गया है।

ज्ञापन में आरोल लगाया गया है कि अनेक मामलों में तो सत्तारूढ़ पार्टी के नेता ही अपराध में शामिल रहे हैं और अनेक मामलों में उन्होंने अपराधियों को संरक्षण कदया है, जिसके कारण अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाती है।

ज्ञापन के अनुसार 2007 में महिलाओं के साथ बलात्कार के 1637 मामले सामने आए थे, जो 2008 में बढ़कर 1864 हो गए। 2009 के शुरुआती 6 महीने में उत्तर प्रदेश के महिलाओं के लिए सुरक्षित माने जाने वाले 8 जिलों में 1308 महिलाओं की दहेज हत्या हुई और 979 महिलाओं के साथ बलात्कार किए गए।

महिला कांग्रेस के ज्ञापन में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश में दलित महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। उनके खिलाफ अत्याचार के अनेक मामलों को ज्ञापन में शामिल किया गया है। अनेक मामलों का उदाहरण देते हुए ज्ञापन में बताया गया है कि प्रशासन अपराध के बाद लापरवाही भरा रवैया अपनाता है।

महिला कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में मांग की कि राज्य सरकार महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर एक श्वेत पत्र जारी करे और यह बताए कि महिलाओं पर अपराध के कितने मामले दर्ज किए गए और उन पर क्या कार्रवाई हुई।

गौरतलग है कि महिला कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री से महिलाओं पर अत्याचार के मामले को लेकर मिलने के लिए समय की मांग की थी, लेकिन उसे समय नहीं दिया गया। उसके बाद महिला कांग्रेस ने अपनी राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभा ठाकुर के नेतृत्व में शहीद स्मारक पर धरना दिया। धरना दे रहे महिलाओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा सहित अनेक महिलाएं घायल हो गईं। उस लाठी चार्ज के खिलाफ कांग्रेस ने 22 अगस्त को राज्य व्यापी विरोध का आह्वान किया है। (संवाद)