अधिवेशन में तय की गयी रणनीति के अनुसार जम्मू कश्मीर को स्वायतता से बचाने के लिए 25 फरवरी से एक आंदोलन की शुरुआत जम्मू से स्वंय नीतिन गडकरी कराएंगे। वहीं मजहब के आधार पर आरक्षण के मुददे के खिलाफ 11 मार्च को बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा दिल्ली में सेसद पर हल्ला बोलेगा।वहीं मंहगाई के मुद्दे पर 21 अप्रैल को देशभर से 10 लाख बीजेपी कार्यकर्ता संसद का घेराव करने दिल्ली पहुंचेंगे।इस मौके पांच करोड़ हस्ताक्षरों से युक्त ज्ञापन राष्ट्पति को देकर प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह इस्तीफा से मांगा जाएगा।
बीजेपी के इस अधिवेषन की सबसे बड़ी उपलब्धि यह मानी जा रही है कि पहली बार नव घोषित प्रधान ने दस लाख बीजेपी कार्यकर्ता को दिल्ली पहुंचाने का संकल्प लिया है।साथ ही यहीं पर अध्यक्ष ने आत्मविष्वास के साथ घोषणा की है कि केंद्र में अगली सरकार बीजेपी और राजग गठबंधन की ही होगी।
समापन भाषण में लाल कृष्ण आडवाणी ने नीतिन की पीठ थपथपाई तथा आशा व्यक्त की कि युवा अध्यक्ष के नेतृत्व में बीजेपी का जहां विस्तार होगा वहां हर मोर्चे पर विफल संप्रग सरकार का पतन निश्चित है।
नीतिन गडकरी द्वारा मंहगाई के मुद्दे पर आंदोलन की घोषणा के पूर्व यसवंत सिन्हा द्वारा मंहगाई पर रखे गए प्रस्ताव के समर्थन में लोकसभा नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज तथा अन्य नेताओं ने कहा कि महाघोटालों की सरकार की महानायक है कांग्रेस व उनके सहयोगी दल। देश को इनके चंगुल से बचाने के लिए पार्टी ने संघर्ष का शंखनाद किया है। इसमें करोड़ो देशवासिओं का सहयोग मिलेगा।पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि केंद्र की सरकार से इस्तीफा मंागने के लिए 21 अप्रैल को रिकार्ड तोड़ भीड़ दिल्ली पहुंचेगी।
भारत: राजनीति
अधिवेशन में तय हुई केंद्र सरकार पर हमले की तारीखें
एस एन वर्मा - 2010-02-19 16:14
इंदौर। बीजेपी का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन तीन विभिन्न आंदोलनों की घोषणा के साथ आज संपन्न हो गया। इस अधिवेशन के जरिए राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने कार्यकर्ताओं में एक नई जान फूंकते हुए उन्हें यह संदेश दिया कि अब चुप बैठने से काम चलने वाला नहीं है।सत्ता के लिए जंग की लिए तैयारी अभी से शुरू कर देनी है।जनता पर मंहगाई,आतंकवाद और नक्लसलवाद की मार की जख्म पर मलहम लगाते हुए उनमें इस दुर्दशा के लिए केंद्र सरकार से बदला लेने की भावना भी जागृत करना है।