कांग्रेस के प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव के अनुसार नवंबर में संदेश रथयात्रा का समापन होगा। तबतक राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों से यह यात्रा गुजर चुकी होगी। यह यात्रा दो चरणों में पूरी होगी। पहला चरण मानसून के पहले पूरा होगा, जबकि दूसरा चरण मानसून के बाद प्रारंभ होगा।

संदेश रथयात्रा का समापन नवंबर महीने में इलाहाबाद में होगा। सोनिया गांघी समापन सभा को संबोघित करेंगी। उनके संबोघन के साथ ही कांग्रेस की यह संदेश रथ यात्रा समाप्त हो जाएगी। इलाहाबाद के आनंद भवन ने आजादी के आंदोलन के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके कारण ही इस संगम नगरी को रथयात्रा की समाप्ति के लिए चुना गया है।

रथयात्रा कांग्रेस के 125 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में निकाला जा रहा है। जाहिर है इसके दौरान कांग्रेस अपने 125 साल की उपलब्धियों का ब्यौरा देगी। इसके साथ ही मायावती सरकार की नाकामियों के बारे में भी जनता को आगाह किया जाएगा। इसके साथ केन्द्र की यूपीए सरकार की उपलब्धियों का भी बखान किया जाएगा।

रथयात्रा का नेतृत्व कांग्रेस के विधायक और सांसद कर रहे हैं। रथ को हरी झंडी दिखाने के पहले राहुल गांधी ने लोगों को संबोघित करते हुए मायावती सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार राज्य के गरीबों के लिए मायावती सरकार को अरबों रुपए की राशि उपलब्ध करवा रही है, लेकिन उसका इस्तेमाल मूर्त्तियां बनाने में कर रही है।

उन्होंने कहा कि गरीबों के पैसों का मायावती सरकार दुरुपयोग कर रही है। मायावती को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि मायावती को यह पसंद नहीं है कि वे गरीबों और दलितों की झोपड़ियो में जाएं। उन्होंने सभा में जुटी भीड़ को लोगांे बदलाव का संकेत बताया।

राहुल गांधी ने कहा कि बुंदेलखंड जैसे पिछड़े इलाके के लोग बड़े २शहरों की ओर भाग रहे हैं, क्योकि उन्हें अपने इलाके में काम नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि उनके प्रयास से बुंदेलखंड को विशेष राहत पैकेज मिला है, लेकिन राज्य सरकार उसका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर रही है।

उन्होंने कहा कि अब जाति और धर्म की राजनीति करने के दिन लद गए हैं। अब जनता विकास चाहती है। उनकी समस्या बेरोजगारी और गरीबी है।

मायावती सरकार ने राहुल गांधी की रैली को विफल बनाने के लिए अनेक बाधाएं खड़ी कीं, लेकिन उसके बावजूद सभा में लोगांे की भारी भीड़ जुटी। मायावती और उनकी सरकार पर तीखे हमले करके राहुल गांघी ने जाहिर कर दिया है कि यात्रा के दौरान कांग्रेस की उपलब्धियो से ज्यादा राज्य की माया सरकार की नाकामियों को उजागर करने पर जोर होगा। (संवाद)