सम्मेलन का आयोजन ऊर्जा मंत्रालय ने किया है और इसमें ऊर्जा राज्यमंत्री श्री भरतसिंह सोलंकी, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री प्रेम कुमार धूमल, योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री बी.के. चुतर्वेदी तथा राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों के साथ साथ वहां के ऊर्जा सचिव भी हिस्सा ले रहे हैं। ध्यान रहे कि एक साल के अंदर यह अपने जैसा चौथा सम्मेलन है।
श्री शिन्दे ने कहा कि 11वीं योजना के पहले तीन वर्षों में ही हमने 22,302 मेगावॉट की नई बिजली क्षमता प्राप्त कर ली है। यह 10वीं योजना के दौरान पांच वर्षों में कुल प्राप्त क्षमता से अधिक है। उन्होंने बताया कि यद्यपि 12वीं योजना के दौरान क्षमता में इजाफा करने का लक्ष्य अभी तय नहीं हुआ है, परंतु ऊर्जा मंत्रालय ने एक लाख मेगावॉट की अतिरिक्त क्षमता प्राप्त कर लेने का लक्ष्य बनाया है। श्री शिन्दे ने बताया कि 58,000 मेगावॉट क्षमता वाली परियोजनाओं पर काम शुरु हो चुका है जिनका लाभ 12वीं योजना के दौरान मिलना शुरु हो जाएगा।
संसाधनों को इस्तेमाल में लाने और वितरण क्षेत्र में प्रभावकारी लाभों के लिए निजी व सार्वजनिक क्षेत्र की साझेदारी का आह्वान करते हुए श्री शिन्दे ने राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे इस तरह की साझेदारियों के आसान क्रियान्वयन के लिए आवश्यक कानूनी और नियामक ढांचा उपलब्ध कराएं।
श्री शिन्दे ने बताया ऊर्जा मंत्रालय ने एक योजना शुरु की है जिसके तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बिजली उत्पादन संयंत्रों से पांच किलोमीटर की परिधि में आने वाले सभी गांवों का विद्युतिकरण किया जाएगा। इसके अलावा परियोजना द्वारा जो लोग प्रभावित हुए हैं उन्हें और जो लोग गरीबी रेखा से नीचे के हैं, उन सभी को भरोसेमंद और बेहतर गुणवत्ता वाली बिजली मुपऊत दी जाएगी।
ऊर्जा राज्यमंत्री श्री भरतसिंह सोलंकी ने राज्य सरकारों का आह्वान किया कि वे नगरपालिकाओंस्थानीय निकायों को वॉटर पमिं्पग तथा सीवर के पानी का ट्रीटमेन्ट करने वाले संयंत्रों की बिजली क्षमता को उन्नत बनाने के लिए बढा़वा दें। उन्होंने कहा कि नगर पालिकाओंस्थानीय निकायों को इस बात के लिए भी प्रेरित किया जाए कि वे स्ट्रीट लाइट के लिए बिजली क्षमता को उन्नत बनाएं।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री सुशील कुमार शिन्दे ने मुख्य बिजली संयंत्रों से पांच किलोमीटर की परिधि में आने वाले क्षेत्र को बिजली आपूर्ति संबंधी एक पुस्तिका का भी विमोचन किया।
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केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने एक लाख मेगावॉट की अतिरिक्त क्षमता प्राप्त कर लेने का लक्ष्य बनाया
विशेष संवाददाता - 2010-04-28 10:26
नयी दिल्ली: उर्जा मंत्री श्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा है कि उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता वाली और सस्ती बिजली मुहैया कराने की कोशिश की जानी चाहिए। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आज राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन का उद््घाटन करते हुए उन्होंने कहा केंद्र और राज्योंकेंद्र शासित प्रदेशों को ऊर्जा क्षेत्र के विकास के लिए संयुक्त भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा 'अत्यंत जटिल मुद्दों से हम कैसे निपटते हैं, यह इस बात पर निर्भर है कि हम कितना मिलकर काम करते हैं।'