अभी हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष रमेश चेनिंथाला और पूर्व मुख्यमंत्री ओमेन चांडी को दिल्ली से इस तरह के आदेश मिले हैं। दिल्ली का यह निर्णय कांग्रेस के गुटों के बीच चल रहे घमासान को रोकने के उद्देश्य से हुआ है, लेकिन इसके कारण गुटों में आपसी खींचातानी और भी बढ़ जाने की आशंका है।
कांग्रेस आलाकमान के निर्णय के अनुसार अब पार्टी के संगठन चुनाव सितंबर में होने वाले स्थानीय निकायों के चुनावों के बाद होंगे। लेकिन इस निर्णय के पहले पार्टी नेताओं ने पार्टी की जमीनी हकीकत को नजरअदांज कर दिया है। आलाकमान को लग रहा है कि स्थानीय निकायों के चुनावों के पहले संगठन का चुनाव करवाने से आपसी गुटबाजी ज्यादा तेज होगी।
इससे यह पता चलता है कि कांग्रेस नेतृत्व पार्टी कें अंदर अनुशासन लाने के लिए जरूरी संकल्पशक्ति की कमी महसूस कर रहा है। नेतृत्व की इस कमजोरी का सीधा असर आपसी गुटबाजी में लगे नेताओं पर पड़ेगा और वे अपनी कार्रवाइयों को और तेज कर देंगे, क्योंकि उन्हें लगेगा कि दबाव बनाकर अपनी बातें मनवाई जा सकती है और ज्यादा से ज्यादा हासिल किया जा सकता है।
आंध्र प्रदेश में भी कांग्रेस असंतोष का सामना कर रही है और वहां पूर्व मुख्यमंत्री राजशेखर रेड्डी के बेटे जगनमोहन रेड्डी पार्टी नेतृत्व को खुली चुनौती दे रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ किसी भी कार्रवाई से परहेज कर रहा है।
आंध्र में विक्षुब्ध जगन के खिलाफ कांग्रेस आलाकमान की विवशता और अब फिर केरल में भी चुनाव स्थगित करने के उसके इस निर्णय को कांग्रेसी पार्टी नेतृत्व की कमजोरी ही समझ्रेगे। पार्टी के अनेक कार्यकर्त्ता और नेता नेतृत्व के इस फैसले से नाखुश हैं। उनका कहना है कि नेतृत्व को सख्ती दिखाते हुए एक फार्मूले के तहत पार्टी ईकाई का चुनाव करवाना चाहिए था। उस फार्मूले में राज्य के सभी गुटों के हितों को ध्यान में रखा जाना चाहिए था।
कांग्रेस आलाकमान के अनिर्णय के कारण रमेश चांडी के गुट अपने को ज्यादा मजबूत पा रहे हैं और वे दोनों मिलकर करुणाकरण गुट को कमजोर करने मे लग गए हैं।
संगठन चुनावों को स्थगित करने से राज्य में कांग्रेस पार्टी की साख को भी घक्क लगा है। इसके कारण जनता में उसके बारे में तो गलत संदेश जा ही रहा है यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के अन्य घटक दलों के सामने भी उसकी कमजोरी उजागर हो रही है। (संवाद)
संगठन चुनाव स्थगित होने से कांग्रेसियों में निराशा
इससे पार्टी में अनुशासनहीनता बढ़ सकती है
पी श्रीकुमारन - 2010-08-09 11:59
तिरुअनंतपुरमः कांग्रेस आलाकमान द्वारा केरल की स्थानीय ईकाई को संगटन चुनाव स्थगित करने करने की अनुमति भले ही पार्टी की तात्कालिक समस्या को घ्यान में रखते हु दी गई हो, लेकिन इसके कारण पार्टी की समस्या और भी बदतर हो सकती है।