बिहार में विधानसभा चुनाव केा ले कर कांग्रेस इस बार गंभीर है। बिहार में कांग्रेस का पंरपरागत वोट बैंक बिखर चुका है। उसे वापस लाने के लिए कांग्रेस ने दूरगामी रणनीति तैयार की है। जिसके तहत वह बहुत फूंक फूंक कर कदम उठा रही है। यहां तक नीतिष सरकार के खिलाफ बयानवाजी करने में सावधानी बरत रही है। केंद्र सरकार द्वारा राज्य केा दी जा रही आर्थिक पैकेज तथा योजनाओं केा लागू करने में भ्रष्ट्ाचार की बात तो करती है लेकिन अल्पसंख्यक और पिछड़ी जातिओं के बारे में संभल सभल कर बोलती है।अल्पसंख्यक वोट राजद,जद यू तथा लोजपा के बीच बंटी हुई है।मुस्लिम वोट को ले कर इन पार्टियों में खींचतान बनी हुई है। ये पार्टियां मुस्लिमों का सबसे बड़ा हितैषी साबित करने मंे लगी हुई है। ऐसे में कांग्रेस भी पीछे नहीं है।उसका प्रदेष अध्यक्ष मुस्लिम है। बिहार के कद्दावर नेता षकील अहमद कांग्रेस के राष्ट्ीय प्रवक्ता है। स्वंय राहुल गांधी भी मुस्लिम बहुल इलाके में दौरा कर चुके हैं। लेकिन मुस्लिम वोट बैंक केा ले कर कांग्रेस फिर भी पषोपेष में है।

बिहार के नाराज चल रहे सवर्ण जातिओं केा अपने से जोड़ने के लिए कांग्रेस प्रयास कर रही है।राजद से आए अखिलेष सिंह को इसी कड़ी से जोड़ कर देखा जा रहा हैै। अखिलेष सिंह ने कहा है कि वह कांग्रेस केा बिहार में मजबूत स्थिति में देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि राजद ने अल्पसंख्यकों और दलितों के हिस्सों की सीटें लोजपा को दे दिया इससे निराष हो कर उन्होंने राजद छोड़ दिया। इस तरह का बयान दे कर उन्होंने लालू व पासवान के खिलाफ बिगुल बजा दिया है।

इस चुनाव मंे नीतिष सरकार के खिलाफ कांग्रेस कई मुद्दे उठाने जा रही है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी व कंेद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक ने बताया कि नीतिष ने केंद्र सरकार की योजनाओं केा लागू करने में काफी घपला किया हैै।उनके कार्य काल में कोई नया उद्योग नही लगा,पूंजी निवेष नहीं हुआ। नीतिष ने जनता से जो वादा किया था वह पुरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि बिहार का भविष्य क्या और कैसा होना चाहिए ,इस पर षीघ्र ही कांग्रेस अपनी योजना जारी करने वाली है।उन्होंने दावा किया कि बिहार में आगामी सरकार कांग्रेस के बलबूते पर ही बनेगी। मालूम हो कि पिछले विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस केा मात्र 10 सीटें ही मिली थी।