पी चिंदबरम ने आज यहां पीआईबी में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि 22 सितंबर को उन्होंने लोगों से अपील की थी कि वे इलाहाबाद उच्च न्यायालय की विशेष खंडपीठ के निर्णय का सम्मान करें और संयम बरतें तथा शांति और सौहाद्र बनाए रखें। उन्होंने कहा कि अब यह निर्णय 30 सितंबर को सुनाया जाना है। फैसले के आने में 6 दिनों के विलंब से एक अप्रत्याशित लाभ यह हुआ है कि अनेक दलों ,संगठनों और व्यक्तिआंे केा यह बात दोहराने का अवसर मिला कि वे न्यायालय के निर्णय का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों ने भी इस विवाद के न्यायीक समाधान के पक्ष में वक्तव्य दिया है। ये सब इस बात के सकारात्मक संकेत है कि फैसले के बाद शांति और सौहाद्र बना रहेगा।

केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने बताया कि उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं। प्रदेश में कानून व व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एक लाख 90 हजार सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि बीजेपी शासित प्रदेशों में भी गड़बड़ी फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा उपाए किए गए हैं। उन्होंने बताया कि बीजेपी ने बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि वह न्यायालय के फैसले का सम्मान करेगी। इसलिए उन्हें भरोसा है कि बीजपी शासित प्रदेश की सरकार भी पार्टी की लाइन पर ही चलेगी।

उन्होंने कहा कि वैसे भी न्यायालय का फैसला आने के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि दूसरा पक्ष सुप्रीम कोर्ट जरूर जाएगा। उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम स्थल समेत पूरे देश मे सुरक्षा की व्यवस्था की गयी है लेकिन इसका खुलाशा नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि 1992 के बाद जमाना काफी बदल चुका है। आज के युवाओं की सोच में काफी बदलाव आया है। वे भी यह सोचते हैं कि अयोध्या विवाद केा ले कर कोई झगड़ा नहंी होना चाहिए। यह विवाद कोर्ट द्वारा ही सुलझाया जा सकता है।