सितंबर 2009 तक उठापटक
16 मई2009 के बाद केन्द्र में जो भी सरकार बनेगी उसकी हालत सितम्बर2009 तक डांवाडोल रहेगी।उसके बाद थोड़ी स्थिरता आयेगी।लेकिन कांग्रेस कोई प्रभावी भूमिका निभाने की स्थिति में नही रहेगी।यह कहना है गुगल के तीसरे नम्बर के प्रसिद्ध ज्योतिषि डा.ए.शंकर का। इनके अनुसार कांग्रेस की कुंडली में सहयोगी दलों से सितम्बर 09 तक मतभेद के योग हैं।यू.पी.ए.चेयर परसन सोनिया की भारी जिम्मेदारी के दिन खत्म होने के योग बन रहे हैं।उनकी कुंडली में शनि के अंतरदशा का जो योग है वह उनके लिए आगे का समय अच्छा नही होने का संकेत कर रहा है। मनमोहन सिंह के बारे में डा.ए.शंकर का कहना है कि इनकी कुंडली के अनुसार तो पद हानि की संभावना है।यानी 16 मई के बाद इनके सुनहले दिन खत्म होने का योग। सितम्बर09 केबाद पी.चिदम्बरम के दिन अच्छे नही होने के संकेत हैं।मायावती,जे.जयललिता,नीतिश कुमार और चंन्द्रबाबू नायडू की कुंडली में ग्रह-नक्षत्र जिन स्थान पर बैठे हैं वे इन चारो जातको के बहुत अच्छे दिन के संकेत कर रहे हैं।ए.शंकर का कहना है कि सपा नेता अमर सिंह की कुंडली के अनुसार जून09 के बाद उनके और पावरफुल होने का योग है।भाजपा अध्यक्ष राजनाथ के दिन नवम्बर 09 के बाद अच्छे नही होने के संकेत हैं। लालकृष्ण अडवाणी की कुंडली में ग्रह-नक्षत्र दर्शा रहे हैं कि जातक को जितना मिलना था मिल चुका है।उससे बड़ा मिलने का योग नही है।

उद्योगपतियो का आकलन
15वीं लोकसभा में किस पार्टी को कितनी सीटे मिलेगी,इसके बारे में देश के कुछ बड़े उद्योगपतियो ने अपने कर्मचारियो आदि के मार्फत सर्वे कराया है।उसके आधार पर उनने जो अनुमान लगाया है उसके अनुसार कांग्रेस को 125 से 135 सीटे और भाजपा को 140 के लगभग सीटे मिलने की संभावना है।यह हुआ तो कांग्रेस को वामपंथी नेता प्रकाश कारात की थियरी मानने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।यानी प्रधानमंत्री तीसरे मोर्चे का कोई हो,कांग्रेस उसे सपोर्ट करे,चाहे अंदर से या बाहर से।ऐसे में मायावती,जयललिता,चंद्रबाबू नायडू,नीतिश कुमार,शरद पवार,बुद्धदेव भट्टाचार्य आदि में से किसी की भी लाटरी निकल सकती है।

पी.एम.के दामाद का खास तो डर काहे का
केन्द्रीय विद्यालय के कमिश्नर हैं रंगलाल जमूदा।वह उड़ीसा कैडर के हैं।बताया जाता है कि उनकी नियुक्ति मनमोहन सिंह के उड़ीसा कैडर के आई.पी.एस.दामाद ने ससुर जी से कह कर लगभग 4 साल पहले कराई।इस जुगाड़ से कमिश्नर बने रंगलाल जमूदा जी अपना रंग जमाने के लिए तरह-तरह के जमूरे बजाते रहे हैं। पी.एम. के दामाद का तथाकथित लिंक होने के चलते - सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का, की तर्ज पर वह अपना तुगलकी फरमान जारी करते रहते हैं।अभी उन्होने कुछ ऐसे कर्म किये हैं जिसको लेकर राजनीतिको के बीच खुब चर्चा है।कांग्रेस की मालकीन व उनके मैनेजरो के कुछ लोगो के बच्चो के केन्द्रीय विद्यालय में एडमिशन के लिए मंत्री कोटे से एडमिशन का आदेश निकला है।जिस पर रंगलाल जमूदा ने सभी क्षेत्रीय कमिश्नरो को मौखिक फरमान जारी करके रोक लगा दी है।उसके लिए कक्षा में कुछ संख्या से अधिक छात्र पहले से होने की बात कह एडमिशन नही करने के लिए कहा है।रंगलाल के इस फरमान से कांग्रेस सहित अन्य दलो के सांसद,नेता बहुत नाराज हैं। उनमे से कईयो ने चुनाव बाद रंगलाल जमूदा की कुंडली निकालने और उनको लाने वालो से ही वापस उड़ीसा भेजवाने की योजना बनाई है।#