मायावती ने कहा कि अतीत में जब भी कभी उनकी पार्टी ने किसी दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन किया, तो उनकी पार्टी को उसका कोई फायदा नहीं मिला, जबकि दूसरी पार्टियों ने उनकी पार्टी के जनाधार का लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि 1996 में उनकी पार्टी ने कांग्रेस से हाथ मिलाया था। लेकिन इसका कोई फायदा उसे नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरी पार्टियां उनकी पार्टी को सत्ता से हटाने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि बसपा कार्यकर्त्ताओं, खासकर दलितों को उन ताकतों को पराजित करने के लिए लगातार अपनी ताकत दिखानी पड़ेगी।

बसपा की नेता खसकर राहुल गांधी की राजनीति को लेकर ज्यादा मुखर हैं। वे कांग्रेस का आधार मजबूत करने के लिए लगातार उत्तर प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी के दलितों से मिलते रहने को महज एक नाटक बताया। उन्होंने पी एल पुनिया के राष्ट्राय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष बनाए जाने की आलोचना की। गौर तलब है कि है कि उनके पहले के कार्यकाल में श्री पुनिया उनके सचिव रह चुके हैं।

सुश्री मायावती ने अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि 20 नवंबर से उनकी पार्टी के कार्यकत्ताओं का कैप राज्य भर में लग रहा है। उन्होंने बढ़ती महंगाई व केन्द्र सरकार की अन्य जन विरोधी नीतियों के खिलाफ राज्य भर में आंदोलन चलाने का भी एलान किया। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन राज्य की सभी 402 विधानसभा क्षेत्रों मे चलाया जाएगा। उन्होंने राज्य के सभी 72 जिलों में औचक निरीक्षण कर विकास कार्यों पर नजर रखने की भी घोषणा की।

गौरतलब है कि बसपा ने सभी विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का चयन कर लिया है और उन्हें अभी से ही अपने अपने चुनाव क्षेत्रों में काम करने के लिए कह दिया गया है।

मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने भी उसी दिन अपने राज्य कार्यकारिणी की बैठक की। उस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने अपने कार्यकत्ताओं से अभी से 2012 के विधानसभा चुनावों के लिए तैयार हो जाने को कहा। पार्टी पार्टी उम्मीदवारो के चयन की प्रक्रिया अभी से शुरू कर रही है। उसने अनेक प्रत्याशियों के साक्षात्कार भी लिए हैं। पार्टी की अंदरूनी कलह से क्षुब्ध होकर उन्होंने अपने कार्यकत्ताओं से गुटबाजी से ऊपर उठने का आहवान भी किया है।

कार्यकारिणी की बैठक के बाद मुलायम सिंह यादव ने चुनावी तेवर दिखाते हुए कहा कि राज्य की मायावती सरकार और केन्द्र की मनमोहन सिंह सरकार- दोनो ही भ्रष्ट हैं। 2 जी स्पेक्ट्रम की बिक्री और राष्ट्रमंडल खेलोे में हुए घोटाले की चर्चा करते हुए उन्होंने केन्द्र सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए। उन्होंने मायावती सरकार पर लोगों के बीच अपना आतंक फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार भी भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्त्ताओं को कहा कि वे राज्य भर में फैल जाएं और लोगों की समस्याओं के हल में उनका साथ दें।

कार्यकारिणी की बैठक में अयोध्या पर आए अदालती फैसले के बाद मुलायम सिंह की प्रतिक्रिया का समर्थन किया गया । गौरतलब है कि मुलायम ने उस फैसले की कठोर शब्दों में आलोचना की थी और कहा था कि उसके बाद देश के मुसलमान अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। कार्यकारिणी में आजम खान के निलंबन को समाप्त कर देने का भी अनुमोदन किया गया। श्री आजम को समाजवादी पार्टी की तरफ से विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद की भी पेशकश की गई है। समाजवादी पार्टी ने सच्चर आयोग और रंगनाथ मिश्र आयोग की सिफारिशों को लागु करने की मांग भी की। जाहिर है पाटी्र मुसलमानों को अपनी ओर खींचने के लिए पूरी कोशिश में लग गई है।

लोकसभा में 21 सीटों पर विजय पाने के बाद कांग्रेस भी बहुत उत्साह में नजर आ रही है। वह राज्य में बहुमत पाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। राहुल गांधी उत्तर प्रदेश का लगातार दौरा कर रहे हैं। रीता जोशी बहुगुणा को एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस कमिटी का अध्यक्ष बना दिया गया है। उनकी छवि एक जूझारू नेता की बनी है, जो मायावती को उन्हीें के तेवर में जवाब देना पसंद करती हैं। राहुल गांधी का सुश्री जोशी को पूरा समर्थन मिल रहा है। सोनिया गांधी कांग्रेस के अभियान को और भी गति देने के लिए 25 नवंबर को एक रैली कर रही हैं और राहुल गांधी ने घोषणा कर रखी है कि उनकी पाटी किसी के साथ कोई तालमेल अथवा समझौता नहीं करने वाली और सभी सीटों से कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। (संवाद)