इस केन्‍द्र का लक्ष्‍य संभावित क्रांतिकारी स्‍वच्‍छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के बारे में अमरीका और भारतीय शोधकर्ताओं के बीच अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में वास्‍तविक सहयोग को बढ़ावा देना है।

भारत और अमरीका इस केन्‍द्र के लिए पांच वर्षों के लिए 50 लाख अमरीकी डॉलर प्रति वर्ष खर्च करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस समझौते के तहत दोनों सरकार दक्षता निर्माण, सौर ऊर्जा और उन्‍नत जैव ईंधनों के तीन क्षेत्रों में भारत अमरीका संयुक्‍त वित्‍त पोषण के जरिए प्रस्‍ताव आमंत्रित करने पर सहमत हो गई हैं।