इस लड़की का पति रायबहादुर भी फुटबाल का राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी था। रायपुरमें देहव्यापार के आरोप में पकड़ी गई इस लड़की का नाम है निशा शेट्टी । यह एथलेटिक्स और वालीबाल की नेशनल खिलाड़ी है। असम टीम से कई प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुकी है। अपनी प्रतिभा के दम पर नौकरी हासिल करने में नाकामी और पति की मौत से टूट चुकी निशा ने साल भर पहले जिस्मफरोशी के दलदल में खुद को धकेल दिया। रायपुर के देवेंद्रनगर इलाके में दलाल नामदेव के बुलावे पर निशा एक और लड़की के साथ मुंबई से यहां पैकेज पर आई थी।

पूछताछ में निशा ने बताया- वह मूलत: असम की रहने वाली है। उसने राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए स्टेट की झोली में कई मेडल डाले थे। कुछ अरसे पहले पुणे में नेशनल खेलते हुए उसने हाई जंप में सिल्वर मेडल पाया था। आठ साल पहले असम की टीम में खेलते हुए ही वह फुटबाल के नेशनल प्लेयर रायबहादुर के करीब आई।

दोनों ने शादी भी कर ली, लेकिन बेरोजगारी की वजह से गृहस्थी चलाना मुश्किल हो गया। निशा का कहना है- उसके पति ने रेलवे में नौकरी के लिए कई बार आवेदन दिया। नेशनल खिलाड़ी होने के नाते उन्हें नौकरी मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जब कोई और रास्ता नजर नहीं आया तब उसके पति ने शराब पीना शुरू कर दिया। निशा के मना करने का भी कोई असर नहीं हुआ। दिन ब दिन उनकी सेहत गिरती चली गई और डेढ़ साल पहले उनका निधन हो गया।

निशा को पति की मौत ने झकझोर कर रख दिया। पति की मौत के बाद अपने एक बच्चे को लेकर वह मायके और ससुराल के बीच भटकती रही। उसने भी सरकारी नौकरी की तलाश की, लेकिन बात आवेदन से आगे नहीं बढ़ी। आखिरकार उसने मूल निवास छोड़ने का मन बना लिया और बच्चे को लेकर मुंबई के अंधेरी में रहने वाली अपनी सहेली के पास आ गई। यहीं उसने पेट की खातिर जिस्मफरोशी का धंधा शुरू किया।

निशा कहती है, वह पैकेज पर बाहर बहुत कम गई है। इस बार वह रायपुर के एजेंट के बुलावे पर आई थी। पूछताछ में इस खुलासे के बाद पुलिस भी हैरान है। अफसरों का कहना है कि आरोपी का खिलाड़ी होना अपनी जगह है लेकिन गैरकानूनी काम करने की अनुमति किसी को नहीं मिल सकती।पुलिस का कहा अपनी जगह ।एक राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी को अपने बच्चे और अपना पेट पालने के लिए अपना शरीर बेचना पड़ रहा है । यह देश और इसके सत्ता शीर्ष पर बैठे हुक्मरानो के लिए शर्म की बात है।यदि उस खिलाड़ी को कहीं कोच भी बना दिया जाय तो वह अपना जी-जान लगाकर प्रशिक्षण देगी। इस देश के बाकी हुक्मरानो से तो नही लेकिन रेल मंत्री ममता बनर्जी से तो उम्मीद की ही जा सकती है।ममता चाहें तो इस अभागी लड़की को मेहनत करके जीने का अवसर मिल सकता है। क्या ममता उसे रेलवे में नौकरी देंगीं?क्या उस अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी को कोई लोक उपक्रम या कोई बड़ी प्रइवेट कम्पनी नौकरी देगी?#