इस बैठक में श्री पिल्‍लई ने भारत-म्‍यांमार सीमा के साथ-साथ कार्यरत भारत के विद्रोही समूहों की गतिविधियों पर चिंता व्‍यक्‍त की और म्‍यांमार संघ की सरकार से उनके विरूद्ध कार्यवाही करने का अनुरोध किया। दोनों देशों के बीच खुफिया जानकारी एक दूसरे को देने की व्‍यवस्‍था को मजबूत करने, हथियारों और मादक पदार्थों की तस्‍करी, सीमा प्रबंधन और सीमा व्‍यापार आदि मामलों पर भी बैठक में विचारों का आदान-प्रदान किया गया।