बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने बताया कि कश्मीर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय एकता यात्रा पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री अनावश्यक टिप्पणी कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर की सरकार कांग्रेस समर्थक है और हम कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि क्या भारत के नागरिकों को भारत के अंदर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अधिकार है अथवा नहीं? यदि नहीं तो ऐसा कहकर वह भारतीय संविधान में वर्णित मूल अधिकार का तिरस्कार ही कर रही है।

ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी से श्रीनगर में तिरंगा फहराने की योजना छोड़ने का अनुरोध करते हुए कहा था कि इस घटना की घाटी में होने वाली ‘किसी भी प्रतिक्रिया‘ के लिए पार्टी जिम्मेदार होगी। उमर ने कहा था कि जब कश्मीर शांत है तो वे फिर से आग भड़काना चाहते है।

बीजेपी प्रवक्ता ने इस यात्रा का उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय एकता के लिए मकबूल शेरवानी, डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी, ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह और अनेक वे शहीद जो आतंकवाद अथवा सीमा पार की लड़ाई में शहीद हुए हैं, उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए युवा मोर्चा द्वारा यह एकता यात्रा आयोजित की जा रही है ताकि पूरे देश में भाई-चारा रहे, एकता रहे और हम सभी मिलकर एक नए भारत का निर्माण करें जिससे वोट बैंक की राजनीति करने वालों को मुंह की खानी पड़े।

शहनवाज हुसैन ने जम्मू कश्मीर पर अघ्ययन दल के बारे में बताया कि राज्य की विशेष परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए नितीन गडकरी जी ने जम्मू की राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक में अध्ययन दल भेजने की घोषणा की थी। समिति राजनाथ सिंह के नेतृत्व में राज्य के विभिन्न वर्गों से बातचीत कर वहां की हालात का जायजा लेंगे। समिति के अन्य सदस्य रविशंकर प्रसाद, शहनवाज हुसैन, माया सिंह तथा जे के जैन हैं।