आज यहां शुरू बधिर-दृष्टिहीनता पर आधारित एक तीन-दिवसीय राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन के उद्घाटन सत्र में इसकी घोषणा करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि इस दिशा में काफी काम किया जा चुका है और शीघ्र ही सांकेतिक भाषा केन्‍द्र की स्‍थापना के लिए उनके मंत्रालय द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं।

मंत्री महोदय ने जोर देकर कहा कि विकलांगता क्षेत्र के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्‍होंने व्‍यापक डिजाइन के विकास और बाधा-मुक्‍त संरचना के वातावरण को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्‍य से एक राष्‍ट्रीय केन्‍द्र स्‍थापित करने की घोषणा भी की।

सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता मंत्रालय के चार शीर्ष निकायों की सहायता से सेंस इंटरनेशनल (इंडिया) द्वारा तीन-दिवसीय बधिर-दृष्टिहीनता सम्‍मेलन आयोजित किया गया है। बधिरता-दृष्टिहीनता किसी व्‍यक्ति में दृश्‍य और श्रवण बाधा का एक सम्मिश्रण है जो संचार, आवाजाही और सूचना तक पहुंच कायम करने में जटिल समस्‍याएं उत्‍पन्‍न करता है। एक अनुमान के अनुसार भारत में लगभग 4,50,000 व्‍यक्ति बधिर-दृष्टिहीन हैं।