पत्रकारों से बातचीत करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी मायावती सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले 4 साल से आंदोलन चला रही है।

उन्हांेने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे द्वारा चलाया जा रहा जेहाद निश्चय ही काफी महत्वपूर्ण है और पूरे देश का समर्थन हासिल करने में इस आंदोलन ने सफलता पाई है। उन्होंने हजारे से अपील करते हुए कहा कि वे उत्तर प्रदेश भी आएं और मायावती सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाएं, क्योंकि उसने यहां भ्रष्टाचार को संस्थागत रूप प्रदान कर दिया है।

उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार ने अस्पतालों में होने वाले पोस्ट मार्टम आपरेशन के उपकरणों की खरीद तक में करोड़ों रुपयों का भ्रष्टाचार किया है।

उन्होंने कहा कि अस्पतालों के लिए खरीदी गई दवाइयों व अन्य उपकरणो की खरीद में हुए घोटाले का ही परिणाम है कि राज्य में तीन वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी मार डाले गए और उनकी हत्या के कारण ही राज्य के दो मंत्रियों को सरकार से बाहर जाना पड़ा।

मायावती सरकार द्वारा बनाए जा रहे स्मारकों का विरोध करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि इसमें भी अरबों रुपए का घोटाला हुआ है। मूर्त्तियां अष्टधातु से बनाई गईं। उनके निर्माण में पत्थरांे का भी इस्तेमाल हो सकता है। पत्थर की मूर्त्तियां सस्ती पड़तीं पर जानबूझकर अष्टधातु की महंगी मूर्त्तियों का इस्तेमाल किया गया, ताकि निर्माण लागत कई गुणा बढ़े और उसी अनुपात में भ्रष्टाचार की राशि भी बढ़े।

सपा नेता ने कहा कि राज्य की जनता मायावती सरकार के तानाशाही रवैये से आजीज आ गई है और वह बदलाव चाहती है। उन्होंने दावा किया कि बदलाव के लिए राज्य की जनता उनकी पार्टी की ओर हसरत भरी निगाहों से देख रही है। (संवाद)