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गोवा बना पूर्ण साक्षरता हासिल करने वाला भारत का दूसरा राज्य

एस एन वर्मा - 2025-05-30 16:03
नई दिल्ली: गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने आधिकारिक तौर पर उल्लास - नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम) के तहत गोवा राज्य को आधिकारिक तौर पर पूर्ण साक्षर घोषित किया, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में परिकल्पित 2030 तक पूर्ण साक्षरता प्राप्त करने की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इससे गोवा देश का दूसरा राज्य बन गया है जिसने पूर्ण साक्षरता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित 95% बेंचमार्क को पार कर लिया है। यह घोषणा गोवा के 39वें राज्य दिवस (30 मई, 2025) के भव्य समारोह के दौरान पणजी के दीनानाथ मंगेशकर कला मंदिर में की गई।

भारत-बांग्लादेश पारगमन सुविधाओं को लेकर टकराव से व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव

यूनुस सरकार से ढाका के व्यापारियों की राष्ट्रीय हितों से जुड़े मुद्दों को सुलझाने की अपील
आशीष विश्वास - 2025-05-28 11:23
कोलकाता: भारत के खिलाफ व्यापार युद्ध को भड़काने के बजाय, बांग्लादेश के व्यापारिक हलकों का मानना है कि हाल ही में उभरी कुछ छोटी-मोटी समस्याओं का समाधान निकालने के लिए द्विपक्षीय आधिकारिक स्तर की वार्ता तुरंत शुरू होनी चाहिए। वे जल्द ही ढाका स्थित अधिकारियों को अपनी चिंता से अवगत करायेंगे, ढाका को यह तर्क देते हुए कि इस तरह के किसी भी टकराव में बांग्लादेशियों को भारत की तुलना में कहीं अधिक नुकसान होगा।

भारतीय संयुक्त संसदीय प्रतिनिधिमंडलों को विदेशों में मिल रही अच्छी प्रतिक्रियाएं

पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ़ अगला कदम उनके लौटने के बाद
कल्याणी शंकर - 2025-05-27 11:17
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में वैश्विक समुदाय से समर्थन प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक प्रयास शुरू किया है। इस सप्ताह प्रमुख अंतरराष्ट्रीय राजधानियों में सात संयुक्त संसदीय प्रतिनिधिमंडल भेजे गये हैं।
नेहरू जी की पुण्यतिथि 27 मई के अवसर पर

नेहरू का सम्मान करना कोई अटल बिहारी वाजपेयी से सीखे

संसद में वाजपेयीजी द्वारा नेहरू जी के सम्मान में श्रद्धांजलि भाषण
एल एस हरदेनिया - 2025-05-26 11:20
संसद में वाजपेयीजी द्वारा नेहरू जी के सम्मान में श्रद्धांजलि भाषण
अध्‍यक्ष महोदय,
एक सपना था जो अधूरा रह गया, एक गीत था जो गूंगा हो गया, एक लौ थी जो अनंत में विलीन हो गई। सपना था एक ऐसे संसार का जो भय और भूख से रहित होगा, गीत था एक ऐसे महाकाव्य का जिसमें गीता की गूंज और गुलाब की गंध थी। लौ थी एक ऐसे दीपक की जो रात भर जलता रहा, हर अंधेरे से लड़ता रहा और हमें रास्ता दिखाकर, एक प्रभात में निर्वाण को प्राप्त हो गया।

राष्ट्रीय सहमति बनी है पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ

पर सांप्रदायिक राजनीति से लड़ते हुए लोकतंत्र के लिए संघर्ष जरूरी
पी सुधीर - 2025-05-24 11:10
इस तथ्य के बावजूद कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम में बैसरन घाटी में हुई भीषण हत्याओं पर भारत की संभावित प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए संसद में बुलाई गयी दो सर्वदलीय बैठकों से स्वयं को दूर रखने का फैसला किया, जिसका असली कारण तो केवल उन्हें ही पता है, पर इन बैठकों में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भाग लिया। सभी उपस्थित दलों के नेताओं ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जो कि संबंधित संयुक्त राष्ट्र एजेंसी द्वारा नामित एक आतंकवादी संगठन है, से जुड़े आतंकवादियों द्वारा की गयी आतंकी हत्याओं की स्पष्ट रूप से निंदा की। उन्होंने प्रतिक्रिया में उचित कदम उठाने में सरकार को अपना समर्थन भी दिया। युद्ध विराम की घोषणा तक यह आम सहमति बनी रही। सभी पक्षों ने सैन्य मुठभेड़ समाप्त होने तक कोई भी सवाल उठाने से परहेज किया।

पाक उप-प्रधानमंत्री की चीन यात्रा से पाकिस्तान-चीन संबंध और मजबूत हुआ

बीजिंग का ताजा रुख भविष्य के भारत-पाक संघर्ष में भारत के अनुकूल नहीं
नित्य चक्रवर्ती - 2025-05-23 10:56
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री मोहम्मद इशाक डार की चीन की चार दिवसीय यात्रा बुधवार 21 मई को समाप्त हो गयी, जिसमें शीर्ष चीनी नेताओं ने डार को आश्वासन दिया कि ‘एक दृढ़ मित्र के रूप में, चीन हमेशा की तरह, पाकिस्तान को अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने, अपनी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल विकास पथ की खोज करने, आतंकवाद का दृढ़ता से मुकाबला करने और अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में बड़ी भूमिका निभाने में पाकिस्तान का दृढ़ता से समर्थन करता है।’

तमिलनाडु में बच्चों के शिक्षा के मौलिक अधिकार का हनन

केंद्र द्वारा फंडिंग पर रोक, राज्य ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया
डॉ. ज्ञान पाठक - 2025-05-22 11:28
तमिलनाडु के बच्चे केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और राज्य में सीएम एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली इंडिया ब्लॉक सरकार के बीच राजनीतिक टकराव में फंस गये हैं। केंद्र नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत तीन-भाषा फॉर्मूले को लागू करने पर जोर दे रहा है, और राज्य इसे लागू करने से इनकार कर रहा है। इससे ऐसी स्थिति पैदा हो गयी है जिसमें शिक्षा के अधिकार (आरटीई) के तहत बच्चों के मौलिक अधिकार का हनन हो रहा है।

भारत के लिए पाकिस्तान का परमाणु खतरा वास्तविक

पाकिस्तान का एकमात्र बड़ा दुश्मन है भारत
नन्तू बनर्जी - 2025-05-20 10:38
यह अच्छी बात है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सशस्त्र संघर्ष जल्दी ही खत्म हो गया, इससे पहले कि यह एक पूर्ण पैमाने पर युद्ध में बदल जाता, जिससे दोनों देशों में जान-माल का भारी नुकसान होता और आर्थिक तबाही मच जाती - शायद भारत से ज़्यादा पाकिस्तान में। हालाँकि, संघर्ष का अचानक खत्म होना, जिसने पाकिस्तान के सैन्य बुनियादी ढांचे को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचाया, जो पाकिस्तान के संभावित परमाणु ख़तरे के कारण प्रतीत होता है, एक बड़ी चिंता का विषय है। सभी नौ परमाणु सशस्त्र राज्यों में से, पाकिस्तान शायद दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी राज्य है जिसने सेना के छावनी क्षेत्र में दुनिया के सबसे कुख्यात, हिंसक और वांछित आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को गुप्त रूप से शरण दी थी।

गुजरात समाचार में छपी आलोचना के लिए मालिक को गिरफ्तार करना अशुभ

मोदी सरकार प्रेस को दबाकर पाकिस्तान की चुनौती का सामना नहीं कर सकती
सुशील कुट्टी - 2025-05-19 11:22
अगर आप “उन्हें चुप नहीं करा सकते, तो उनको चुप करा दें!” मोदी के भारत में यही कहावत है। 'उनको चुप करा दें' का मतलब है, बोली और लिखी गयी आवाज़ को दबा दें। 'उन्हें चुप करा दें' का मतलब है, उनको सलाखों के पीछे बंद कर दें, जो परेशान कर रहे हैं, और नियंत्रण में नहीं हैं। इसके 'क्यों' के जवाब के लिए कोई रॉकेट साइंस की ज़रूरत नहीं है! इतना ही काफी है कि वह व्यक्ति सत्ता के लिए एक स्पष्ट और मौजूदा ख़तरा है।

भारत में अभी बयानबाजी की नहीं बल्कि राजनेतृत्व की जरूरत

प्रधानमंत्री का भाषण भी था मुख्य रूप से उनके चुनावी आधार पर केन्द्रित
डॉ. अरुण मित्रा - 2025-05-15 10:34
युद्ध दुख और मौतें लेकर आता है। पूर्व सेना प्रमुख मनोज नरवाने ने पुणे में कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “युद्ध न तो रोमांटिक है और न ही कोई बॉलीवुड फिल्म।” उन्होंने कहा कि कूटनीति उनकी पहली पसंद होगी, “सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में सदमा है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, जिन्होंने गोलाबारी देखी है और जिन्हें रात में आश्रयों की ओर भागना पड़ता है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके लिए यह सदमा पीढ़ियों तक रहेगा।” उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों ने भयानक दृश्य देखे हैं, उनमें पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीडीएस) है, जो 20 साल बाद पसीने से तरबतर हो उठते हैं और उन्हें मनोचिकित्सकीय देखभाल की आवश्यकता होती है। युद्ध अंतिम विकल्प होना चाहिए, कूटनीति को आगे बढ़ना चाहिए।