मध्य प्रदेश में विधायकों के लिये नये निवास पर विवाद
पर्यावरण बचाने के लिए हो सकता है एक बड़ा आन्दोलन
2024-06-14 10:55
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इस समय मध्यप्रदेश में मंत्रियों तथा विधायकों के निवास को लेकर विवाद चल रहा है। शासन इनके लिये नये बंगलों के निर्माण की योजना बना रहा है। इन बंगलों के निर्माण के लिये जितनी भूमि की आवश्यकता है उसे प्राप्त करने के लिये हज़ारों पेड़ काटे जायेंगे। इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों के काटे जाने से भोपाल की जलवायु भी प्रभावित होगी। 1956 में जब भोपाल को मध्यप्रदेश की राजधानी बनाया गया था उस समय यह एक अत्यधिक ठंडा स्थान था। उस समय यदि हम लोग खुले में सोते थे तो हमें रजाइयां ओढ़नी पड़ती थी। परंतु धीरे-धीरे स्थिति बदलती गयी। भारी संख्या में पेड़ काटे जाने लगे, खेती के जमीन पर निर्माण कार्य होने लगा। भोपाल कांक्रीट का जंगल होता गया। शहर में हज़ारों की संख्या में एयरकंडीशनर लगाये जाने लगे।