सुपर स्टार की कुर्सी और कलाकार
2010-07-30 11:02 -जब फिल्म उद्योग शुरू हुआ था तो उस समय नाटक और नौटंकी का जमाना था। नाच गाना गाने वाली और मुजरा करके गुजारा करने वाले लोगों का ही बोलबाला था। जिन्हें आम जनता की जुबान में लोगों का दिल बहलाने की वस्तु ही समझा जाता था वही आम जनता को गमों रजों के दौर से अपनी कला को प्रदर्शित करके उन्हें उस माहौल से बाहर निकालने की कोशिश ये समाज से दूर रहने वाले कलाकार करते थे ताकि समाज का आम आदमी हंस और मुस्करा सके।