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भारत: राजनीति

नये साल में कांग्रेस की चुनौतियां

भाजपा और वामदलों के कठिन दिन
कल्याणी शंकर - 2010-01-01 10:48 UTC
नया साल कांग्रेस के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होगा। 2009 में कांग्रेस ने अच्छी सफलता पाई और केन्द्र में उसने दुबारा सरकार बनाई। उत्तर प्रदेश की उसकी सफलता उसके लिए खास मायने रखती है। 2010 में बिहार में विधानसभा का चुनाव होना है। यह चुनाव कांग्रेस के लिए इस साल की सबसे बड़ी चुनौती होगी। उसे यह तय करना होगा कि उसे बिहार में उत्तर प्रदेश की तरह वहां अपने दम अकेले चुनाव लड़ना है कि लालू- पासवान के साथ मिलकर उसे वहां चुनावी चुनौतियों का सामना करना है। उसके पास बिहार में एक विकल्प नीतीश कुमार की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का भी हो सकता है।
भारत: पश्चिम बंगाल

सिंगूर पर संशय बरकरार

तृणमूल माकपा की राजनीति जारी
आशीष बिश्वास - 2009-12-31 12:13 UTC
कोलकाताः केन्द्रीय रेलमंत्री ममता बनर्जी और माकपा सिंगूर पर राजनीति करने में व्यस्त हैं। वहां उद्योग खड़ा करने की बात की जा रही है, लेकिन दोनों में से किसी की असली दिलचस्पी उद्योग खड़ा करने में नहीं है, बल्कि अपनी अपनी राजनीति चमकाने में है। इसके कारण वहां कोई उद्योग खड़ा हो लाएगा इस पर सवाल खड़ा हो गया है।

भारत

रंगनाथ मिश्र आयोग पर तेज हुई राजनीति

विहिप ने किया रिपोर्ट के देशव्यापी विरोध का एलान
एस एन वर्मा - 2009-12-31 06:48 UTC
नई दिल्ली। अल्पसंख्यकों के आरक्षण से संबंधित न्यायाधीश रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट संसद में रखे जाने के बाद से देश में साम्प्रदायिक राजनीति तेज हो गयी है। विश्व हिंदू परिषद के अनुसार न्यायाधीश रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट देश के विभाजनकारी और अलगाववादी तत्वों को बढ़ावा देने वाली है। विहिप ने रिपोर्ट के दूरवर्ती परिणामों से केंद्र सरकार को आगाह करते हुए इसे रद्दी की टोकरी में फेंक देने की सलाह दी है। साथ ही, रिपोर्ट के वापस न लिए जाने पर इसका लोकतांत्रिक ढंग से कड़ा विरोध करने की धमकी भी दी है।
भारत:अर्थव्यवस्था

समाप्ति की ओर मंदी

अर्थव्यवस्था के मिश्रित स्वरूप ने हमें बचाया
उपेन्द्र प्रसाद - 2009-12-30 10:47 UTC
भारत में आर्थिक मंदी का असर समाप्त हो रहा है और विकास दर तेज हो रही है। सवाल उठता है कि इस मंदी से हमें कौन से सबक लेने चाहिए? इस सवाल का जवाब पाने के लिए हमें आर्थिक मंदी के कारणों पर नजर डालनी चाहिए।
भारत: दिल्ली

ऐतिहासिक हनुमान मंदिर के संरक्षण की उपेक्षा

विशेष संवाददाता - 2009-12-30 10:36 UTC
नई दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेलों के लिए समूची दिल्ली को सजाने संवारने का काम तेजी से चल रहा है। अरबों रुपये इन राष्ट्रमंडल खेलो की तैयारियो पर खर्च किये जा रहे हैं, लेकिन कनाटप्लेस के बाबा खडगसिंह मार्ग स्थित ऐतिहासिक प्राचीन हनुमान मंन्दिर को विरासत स्थल के रूप में संरक्षित करने के लिए कोई ठोस कदम नही उठाये जा रहे हैं ।

भारत में 85 प्रतिशत बड़े औद्योगिक क्षेत्र स्वास्थ्य के लिए खतरनाक

ज्ञान पाठक - 2009-12-29 11:17 UTC
नई दिल्ली: गंभीर रूप से प्रदूषित औद्योगिक क्षेत्र न कवेल पर्यावरण की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण हैं बल्कि जनस्वास्थ्य के लिए भी एक बड़ी चुनौती हैं। भारत में 85 प्रतिशत बड़े औद्योगिक क्षेत्र स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं क्योंकि वहां के वायु, जल और भूमि का प्रदूषण स्तर मानवीय बस्तियों के लिए उपयुक्त नहीं है।
भारत

उल्फा केन्द्र के बीच बातचीत पर भ्रम

राजखोवा ने आत्मसमर्पण से किया इनकार
आशीष बिश्वास - 2009-12-29 11:03 UTC
कोलकाताः बांग्लादेश और भारत सरकारों द्वारा उल्फा नेता अरबिंद राजखोवा की गिरफ्तारी अथवा आत्मसमर्पण पर स्थिति स्पष्ट नहीं किए जाने के कारण इस संगठन से भारत की केन्द्र सरकार की बातचीत आगे नहीं बढ़ पा रही है।

भारत

झारखंड चुनाव परिणाम चौंकाने वाला नहीं, चिंतित करने वाला है

मरांडी भाजपा में होते तो परिणाम कुछ और होता
अवधेश कुमार - 2009-12-28 17:00 UTC
झारखंड चुनाव परिणामों को कई दृष्टियों से चैंकाने वाल माना गया है और सतही विश्लेषण में ऐसा निष्कर्ष आता भी है। आखिर यह परिणाम उम्मीदों और पूर्वानुमानों के विपरीत तो है ही, भाजपा-जनता दल (युनाइटेड) का 20 स्थानों के साथ दूसरे नंबर पर आना उनकी उम्मीदों पर तुषारापात था, तो कांग्रेस एवं झारखंड विकास मंच गठबंधन भी अपनी झोली में 25 सीटें पाकर किंकत्र्तव्यविमूढ़ता की स्थिति में पहुंच गया। कौन सोचता था कि लोकसभा चुनाव में सफलता का झंडा गाड़ने वाली भाजपा पिछले चुनाव से भी नीचे चली जाएगी।
भारत

लापरवाही से निपटने के लिए कड़े कानून समय की जरूरत

एम. वाई. सिद्दीकी - 2009-12-27 12:43 UTC
अक्टूबर में इंडियन ऑयल डिपो में लगी भयंकर आग जैसी विभीषिका से भविष्य में निपटने के लिए कारगर कानून बनाने ही पड़ेंगे। जयपुर के बाहरी भाग में स्थित उक्त आइओसी के डिपो में लगी लाग ने करोड़ों की सरकारी संपत्ति स्वाहा होने के बावजूद इसके लिए दोषियों अधिकारियों व कर्मचारियों को कठोर दंड नहीं मिलना इस तरह की दुर्घटना को, चाहे वह जानबूझकर हो या संयोगवश रोकना मुश्किल होगा। इस तरह की दुर्घटनाओं के कारण भारी पैमाने पर जानमाल और सरकारी धन का नुकसान होता है। समय की मांग यह है कि इस तरह के कर्मचारियों जिनमें काहिली पनपने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, पर लगाम लग सकती है।
भारत: राजनीति

कांग्रेस के फिर से निर्माण का मामला

क्या सफल हो पाएंगे राहुल?
कल्याणी शंकर - 2009-12-26 11:16 UTC
याहू इंडिया ने राहुल गांधी को भारत का 2009 का सबसे बड़ा न्यूजमेकर बताया है। यह राहुल गांधी से जुड़ी खबरों को क्लिक किए जाने वाले आंकड़ों के आधार पर बताया गया हैं। आईबीएन- सीएनएन ने अपने दर्शकों की पसंद के आधार पर राहुल गांधी को 2009 का वर्ष का राजनीतिज्ञ बताया है। इंडिया टीवी की भी यही राय है।