अभिजात वर्ग
अभिजात वर्ग सामंतवादी समाज का उच्चतम वर्ग माना जाता है। इस वर्ग में आने वाले व्यक्तियों के जीवन में शारीरिक श्रम का कोई स्थान नहीं है फिर भी यह वर्ग समाज के अन्य सभी व्यक्तियों पर शासन करता था तथा सत्ता और धन के बल पर सभी प्रकार के सांसारिक सुख समझे जाने वाले विषयों का भोग करता था।राजे-रजवाड़े, बड़े-बड़े नवाब, बड़े जमींदार, बड़े ताल्लुकेदार आदि लोगों को इस श्रेणी में रखा जाता है।