एकालाप
एकालाप वह रचना या नाटक है जिसमें प्रारम्भ से लेकर अन्त तक एक ही पात्र बोलता है। इस पात्र के कथन में ही अन्य घटनाओं, अन्य पात्रों आदि के बारे में संकेत कर दिया जाता है।
इसे स्वगत नाटक के नाम से भी जाना जाता है।
किसी पात्र के मनोभावों को चित्रित करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।