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टाइगर, तेंदुओं और हाथियों के अलावा बहुत से दुर्लभ पशुओं व पक्षियों को देखा जा सकता है उत्तराखंड राज्य के नैनीताल के निकट हिमालय की पहाड़ियों पर स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क विविध वन्य जीवों और वनस्पतियों के लिए जाना जाता है। पार्क में बड़ी तादाद में टाइगर, तेंदुओं और हाथियों के अलावा बहुत से दुर्लभ पशुओं व पक्षियों को देखा जा सकता है। लगभग 318 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला जिम कार्बेट नेशनल पार्क 1936 में हैली नेशनल पार्क के रूप में स्थापित किया गया था। हैली उस समय उत्तर प्रदेश के गवर्नर थे। 1957 में इस पार्क का नाम बदलकर जिम कार्बेट नेशनल पार्क रख दिया गया। जिम कार्बेट एक शिकारी था लेकिन उसकी रुचि पर्यावरण में भी थी। वह अपना अधिकांश समय पार्क को विकसित करने में व्यतीत करने में बिताया करता था। उसी के नाम पर पार्क का नाम रखा गया। प्रोजेक्ट टाइगर के अधीन आने वाला यह भारत का प्रथम राष्ट्रीय पार्क है। टाइगरों की घटती संख्या पर अंकुश लगाने के लिए इस पार्क को 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के अधीन लाया गया। प्रारंभ में इस पार्क में अंग्रेज शिकार खेला करते करते थे। इसी पार्क से होकर रामगंगा नदी बहती है जो पार्क की खूबसूरती में चार चांद लगाती है।

आकर्षण: जंगली जीव- पर्यटक यहां मुख्य रूप से टाइगरों को देखने आते हैं। टाइगरों के अलावा हाथी, पैंथर, जंगली बिल्ली, फिशिंग केट्स, हिमालयन केट्स, हिमालयन काला भालू, स्लोथ बीयर, हिरन, होग हिरन, बार्किग हिरन, घोरल, जंगलीबोर, पैंगोलिन, भेड़िए, मार्टेन्स, ढोल, सिवेट, नेवला, ऊदबिलाव, खरगोश, चीतल, सांभर, हिरन, लंगूर, नीलगाय आदि पशुओं को यहां देखा जा सकता है। यहां बहने वाली नदियों में घडियालों को भी देखा जा सकता है।

पक्षी: कार्बेट में लगभग 600 पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं। यहां बगुला, डार्टर, जलकौवा, टिटहरी, पैराडाइज फ्लाईकैचर, मुनिया, वीवर बर्ड्स, फिशिंग ईगल, सर्पेन्ट ईगल, जंगली मुर्गा, मैना, मोर, बार्बेट, किंगफिशर, बत्तख, गीज, सेंडपाइपर, नाइटजार, पेराकीट्स, उल्लू, कुक्कु, कठफोड़वा, चील आदि पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं।

वनस्पतियां: कार्बेट नेशनल पार्क पहाड़ियों और नदियों के बीच बसा हुआ है। पार्क का निचला हिस्सा शाल के पेड़ों से घिरा हुआ है। जबकि ऊपरी हिस्से के पेड़ पौधों में विविधता पाई जाती है। दूरस्थ क्षेत्र में चिर, अनौरी और बकली के पेड़ देखने को मिलते हैं। पार्क के कुछ हिस्सों में बांस की विभिन्न किस्में देखी जा सकती हैं।

जीप सफारी: पार्क में घूमने के लिए जीप सफारी सबसे सुविधाजनक माध्यम है। रामनगर के टूरिस्ट लॉज और अन्य टूरिस्ट एजेन्सियों से जीप किराए पर मिल सकती हैं। जीप सफारी से जंगल और जंगली पशुओं को देखने का अपना ही मजा है।

हाथी सफारी: कार्बेट नेशनल पार्क में टाइगरों को देखने के लिए हाथी की सवारी सबसे बेहतर और उपयुक्त मानी जाती है। हाथी सफारी का अनुभव अविस्मरणीय होता है। पार्क में विभिन्न प्रजातियों के पक्षी, सरीसृपो, स्तनपायी और जानवरों को नजदीक से देखने के लिए हाथी सफारी का आनंद लिया जा सकता है।

Page last modified on Sunday December 27, 2009 08:17:27 GMT-0000