नट
नट एक जाति है जो गानों तथा शारीरिक करतब दिखाकर अपनी आजीविका चलाते हैं। यह जाति भारत के अने हिस्सों में पायी जाती है। यह एक घुमन्तु जाति है जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाती रहती है। इनका कोई स्थायी आवास नहीं होता। अनेक प्रयासों के बाद नट अब एक स्थान पर बसने लगे हैं।नाटकों में सूत्रधार को भी नट कहा जाता है जो नाटक की समस्त गतिविधियों में पारंगत होता है। नाटक के प्रारम्भ में नट मंच पर आते हैं और नाटकों के बारे में बताते हैं। आवश्यकता होने पर नाटकों के मंचन के दौरान तथा अन्त में भी इनका आगमन मंचों पर होता है।
नाटकों या रूपकों में उन पात्रों को भी नट कहा जाता है जो किसी ऐतिहासिक पात्र का रूप धारण कर उनकी अवस्थाओं का अनुकरण करते हैं। ये नाटकों के वास्तविक पात्रों से भिन्न होते हैं।