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नफ्स

सूफीवाद में नफ्स आत्मा के दो भेदों में एक है। दूसरा भेद है रूह। रूह को उच्च कोटि का माना जाता है तथा नफ्स को निम्न कोटि का। सूफियों का मानना है कि आत्मा तो पवित्र ही निर्मित होती है। परन्तु रूह और नफ्स आत्मा को विपरीत दिशाओं में खींचते रहते हैं। यह नफ्स ही सभी बुराइयों की जड़ है। रूह में सारी अच्छाइयां होती हैं। नफ्स रूह को कलुषित करता रहता है।

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Page last modified on Saturday May 31, 2025 05:45:53 GMT-0000