पर ब्रह्म भारतीय दर्शन परम्परा में निर्गुण, निराकार तथा निरूपाधि ब्रह्म को पर ब्रह्म कहा जाता है। इसे परा विद्या से जाना जाता है। आसपास के पृष्ठ परत्व, परान्तकाल, परिचय प्रधान आलोचना, परिणामवाद, परिमाण, पहर