Loading...
 
Skip to main content

शब्द

शब्द वह ध्वनि है जिसे श्रोत्रों अर्थात् श्रवणेन्द्रियों से ग्रहण किया जाता है, बुद्धि से उसे समझा जाता है, तथा प्रयोग से प्रकाशित होता है।
आकाश ही शब्द का देश है।
महाभाष्य में ऐसा ही कहा गया है। परन्तु व्याकरण में शब्द उन ध्वनियों को कहते हैं जिनका कोई न कोई अर्थ होता है। निरर्थक ध्वनियां शब्द नहीं कहलातीं।

आसपास के पृष्ठ
शहद, शारीरिक स्वास्थ्य, शास्त्रीय आलोचना, शीश महल, शैवमत, श्रवण चतुष्टय


Page last modified on Wednesday June 28, 2023 14:41:35 GMT-0000