भाजपा ने रामकार्ड खेलने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा। बहस के दौरान सांसदों ने ऐसी शब्दावलियों का प्रयोग किया जिससे लोकसभा में खूब हंगामा हुआ। ऐसा ही नजारा कल से राज्यसभा में दो दिनों तक होनी वाली बहस के दौरान देखने को मिल सकता है।

आजकल संसद तथा उसके बाहर उत्तर प्रदेश राजनीति का केंद्र बना हुआ है। संसद से बाहर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का उत्तर प्रदेश मे दौरा चर्चा का विषय बना हुआ है। संसद के भीतर भी उत्तर प्रदेश के मुख्य राजनीतिज्ञ वोट बैंक की राजनीतिक कार्ड खेलने में लगे हुए हैं। इस खेल मे मुख्य रूप से कांगे्रस,भाजपा,सपा और बसपा के नेता भाग ले रहे हैं। भाजपा बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए तथा उस पर राजनीति के लिए कांग्रेस को आरापित करने लगी हुई है। वहीं कांग्रेस भाजपा को विध्वंस का दोषी साबित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। बसपा और सपा भाजपा के साथ साथ कांग्रेस को भी विध्वंस का दोषी साबित करने में लगी हुई है। हांलाकि उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से मुलायम की बीच रही दोस्ती से सपा को मुश्किल का सामना करना पड़ा। उसी तरह केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने यह कह कर कि बाबरी मस्जिद विध्वंस के षडयंत्र में अटल बिहारी वाजपेयी शामिल नहीं थे,कांगे्रस समेत भाजपा को आश्चर्य में डाल दिया।

भाजपा ने अयोध्या मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाते हुए आज ऐलान किया कि बाबरी मस्जिद ढहाने के लिए संसद के भीतर अ©र संसद के बाहर मौजूद उसके नेता सजा भुगतने को तैयार हैं।सदन में पार्टी की उपनेता सुषमा स्वराज ने आयोग के अध्यक्ष मनमोहन सिंह लिब्रहान पर भी सीधा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि यह हिंदू अ©र मुसलमानों को एक दूसरे के विरुद्ध भड़काने अ©र दंगों के बीज बोने वाली रिपोर्ट है जिसे एक अवसरवादी ने तैयार किया। इसे हम पूरी तरह खारिज करते हैं।

वहीं आज कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद द्वारा मस्जिद तोड़ने वालों पर की गयी एक अपनमानजनक टिप्पणी के कारण भी लोकसभा का माहौल काफी गरमा गया।कुल मिलाकर सभी दलों के नेताओं द्वारा इस बहस के बहाने वोट बैंक की राजनीतिक रोटी खूब सेंकी गयी।#