इसकी जानकारी देते हुए पार्टी के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव की इस रथ यात्रा का नाम समाजवादी का्रति रथ यात्रा होगा और इसकी शुरुआत राजधानी लखनऊ से की जाएगी।

पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि इस रथयात्रा के दौरान प्रदेश पार्टी अध्यक्ष राज्य के लोगों को मायावती सरकार द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे और इस भ्रष्ट सरकार को सत्ता से हटाने के लिए लोगों के समर्थन पाने की कोशिश करेंगे।

श्री चौघरी ने बताया कि रथयात्रा के बीच में अखिेलश यादव साइकिल रैली में भी हिस्सा लेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक प्रदेश की मायावती सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ संदेश भेजा जा सके। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह भी साइकिल ही है।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मायावती सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचारों में भी पार्क और स्मारक बनाने में किए गए अरबों के घोटाले का खास तौर पर जिक्र करेंगे। वे लोगों को बताएंगे कि सिर्फ समाजवादी पार्टी ही मायावती सरकार को सत्ता से बाहर करने की क्षमता रखती है और सिर्फ वही भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रही है।

यात्रा के रास्ते पर अनेक छोटी और बड़ी रैलियां आयोजित की जाएंगी, जिन्हें समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संबोधित करेंगे। गौरतलब है कि जुलाई 2001 से सितंबर 2001 में भी अखिलेश यादव ने इसी प्रकार की रथयात्रा की थी।

1987 में मुलायम सिंह यादव ने राज्य में क्रांति रथ यात्रा की थी। अखिलेश यादव की इस रथयात्रा की प्रेरणा स्रोत मुलायम सिंह की वह रथ यात्रा ही हैै।

राजनैतिक पंडितों का मानना है कि इस रथयात्रा से समाजवादी पार्टी को निश्चित तौर पर फायदा होगा और 2012 के विधानसभा चुनाव में लोगों का समर्थन जुटाने में यह रथयात्रा कामयाब होगी।