हरदोर्इ से सहारनपुर तक सड़क के दोनों ओर हजारों लोगों ने अखिलेश का स्वागत किया। लोग उन्हें न केवल फूल मालाएं दे रहे थे, बलिक वे जोश के साथ नारेबाजी भी कर रहे थे। अखिलेश तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं के नारे सबसे ज्यादा गूंज रहे थे।

अखिलेश का स्वागत करने वाले लोगों में समाज के सभी तबके के लोग शामिल थे। सभी जातियों एवं मजहबों के लोग उनके समर्थन में सड़कों पर उमड़ रहे थे। अल्पसंख्यकों की भारी संख्या में मौजूदगी को वहां महसूस किया जा सकता था।

जनसमर्थन से उत्साहित होकर अखिलेश यादव ने कहा कि जबतक मायावती सरकार का पतन नहीं हो जाता है, तबतक उनकी यात्रा जारी रहेगी।

सड़के के दोनों और एकत्र हुए लोगाें और बीच बीच में आयोजित होने वाली हरदोर्दए ददारौल और पुवायन की सभाओं और रैलियों में समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रमुख ने मायावती सरकार के भ्रष्टाचार को खासतौर से निशाना बनाया।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी एक ऐसी अकेली पार्टी है, जो पिछले 4 सालों से मायावती सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही है।

मायावती सरकार के भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि दुनिया भर में मायावती एकमात्र ऐसी राजनीतिज्ञ हैं, जो अपने जीते जी अपनी मूर्तियां खुद बनवा रही हैं और उस पर सरकारी खजाने से अरबों- खरबों रुपए की राशि बर्बादी कर रही हैं।

सपा नेता ने कहा कि राज्य की जनता महंगार्इ के नीचे पिस रही है, लेकिन मायावती सरकार ने अकेले राजधानी लखनऊ में 2 हजार से ज्यादा हाथियों की प्रतिमाएं खड़ी कर दी हैं। एक एक हाथी की प्रतिमा की कीमत करोड़ों रुपयों में है।

अखिलेश ने कहा कि जब उनकी पार्टी की सरकार थी, तो अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए अनेक वित्तीय पैकेज दिए गए थे। उस दौरान छात्राओं को छात्रवृतितयां दी गर्इ थीं। बेरेाजगार लोगो के लिए भी बहुत कुछ किया गया था।

सपा नेता ने मांग की कि मायावती सरकार को रंगनाथ मिश्र आयोग की सिफारिशों को अविलंब लागू कर देना चाहिए।

लोगों से अनुरोध करते हुए अखिलेश ने कहा कि वे सपा के उम्मीदवारों को चुनावों के दौरान समर्थन करें और सपा को इतनी सीटों पर जीत दिलाएं कि यह अपने बूतू खुद की सरकार बना सके।

सपा के नेताओं ने मायावती सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने किसानों की जमीन को बहुत सस्ती कीमत पर खरीद लिया और उसी जमीन को मंहगे दामों में बिल्डरों को बेच डाला। उन्होंने मायावती सरकार पर बाढ़ की समस्या से लोगों को राहत दिलाने में भी कोताही करने का आरोप लगाया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि सपा सरकार सत्ता में आती है कि बाढ़ राहत का मुकम्मल बंदोबश्त किया जाएगा। (संवाद)