अखिलेश यादव ने इस दौर में पड़ोसी जिले सीतापुर का दौरा किया। यह इलाका समाजवादी पार्टी के लिए खास महत्व रखता है। गौरतलब है कि सीतापुर और लखीमपुर खिरी नाम के ये दो जिले पिछले कर्इ दशकों से समाजवादियों के गढ़ रहे हैं।
हरगांव, माहौली, सिघौली और सीतापुर मुख्यालय में जनसभाओं को संबोधित करते हुए अखिलेश ने लोगों से मायावती की बसपा सरकार को उखाड़ फेंकने का आहवान किया और अपनी पार्टी की सरकार को स्थापित करने की माग की।
अखिलेश को उस समय लोगों की तालियां मिली, जब उन्होंने मायावती सरकार के भ्रष्टाचार का जिक्र करना शुरू किया। उन्होंने कहा कि खुद मायावती, उनके मंत्री, विधायक और नौकरशाह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और अकर्मण्यता के कारण मायावती लोगों का विश्वास खो चुकी है। कांशीराम की पांचवीं पुण्यतिथि पर उनके नाम से 60 अरब रुपए की योजनओं की घोषणा का भी सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने निंदा की।
उन्होंने कहा कि जिस योजना के लिए बजट में धन को कोर्इ प्रावधान ही नहीं हो, उस योजना को लागू करने का दंभ कोर्इ भी मुख्यमंत्री कैसे कर सकता है? उन्होंने कहा कि मूर्तियों और स्मारकों पर 40 हजार करोड़ रुपए खर्च करने से दलितो को कोर्इ फायदा नहीं होता है। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था की सिथति खराब हो गर्इ है और उसके कारण आज आम आदमी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि समाज के सभी तबके के लोग आज अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं और सरकारी मशीनरी द्वारा उनका शोषण और उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी पाटी्र की सरकार ने बेरोजगार युवकों के लिए बेरोजगारी भत्ता देने का कार्यक्रम शुरू किया था, जिसे मायावती सरकार ने बंद कर दिया। इसके साथ रोजगार के नये अवसर भी पैदा नहीं किए गए। लड़कियों को दिये गए कन्या विधाधन पर भी रोक लगा दी गर्इ।
लोगाें का विश्वास जीतने के लिए सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने घोषणा की कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर मायावती सरकार द्वारा बंद की गर्इ इन योजनाओं को फिर से लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहाकि उनकी सरकार पिछड़ों, मुसलमानों और किसानों के लिए अनेक कार्यक्रम शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा को सस्ता बनाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य में किसानों का बहुत ही बुरा हाल है। उनके पास न तो खाद उपलब्ध है और न ही पानी। बीज भी राज्य में नहीं हैं। इसके कारण फसलों को भारी नुकसान पहुंच रहा है। किसानों को राहत देने के बदले मायावती ने सरकारी चीनी मिलों को भी निजी हाथों मे बेच दिया है। ऐसा दलाली खाने के लिए किया गया।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि इस चौथे दौर में राज्य के युवाओं ने भारी संख्या में अखिलेश की रथयात्रा में शिरकत की। (संवाद)
उत्तर प्रदेश विशेष
चौथे दौर की समाजवादी क्रांति रथयात्रा पूरी
युवाओं की भारी भागीदारी
प्रदीप कपूर - 2011-10-10 12:31
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादवपे अपनी समाजवादी क्रांति रथयात्रा का चौथा दौर पूरा कर लिया है। 9 अक्टूबर को उनका यह दौर पूरा हुआ। इसके दौरान उन्हें लोगों का जबर्दस्त समर्थन हासिल हुआ।