मालूम हो कि यूपीए सरकार ने पेट्ोलियम पदार्थो के कीमतें बढ़ाने के पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दी है। त्योहारों के सीजन में मंहगाई की मार झेल रही जनता को राहत देने के बदले पेट्ोल की कीमत बढ़ा देने जैसे फैसले लेने वाली तेल कंपनियों पर शिकंजा कसने के बजाए सरकार उसके बचाव में आ गयी थी,इससे यूपीए के घटक दलों ने कड़ा एतराज जताया। भाजपा,माकपा समेत पूरा विपक्ष तो पहले से ही सरकार के खिलाफ आग उगल चुकी है।
वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने पेट्ोल की कीमत बढ़ाए जाने की जिम्मेदारी तेल कंपनियों पर डाल कर सरकारी की जनता के प्रति जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया था। लेकिन ममता के खफा हो कर कड़ा रूख अपनाने के बाद सरकार और कांग्रेस सहम सी गयी। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सरकार से जल्द से जल्द राहत देने को कहा गया है। जरूरतमंदों केा फायदा देने के लिए सरकार कोई न कोई विकल्प तलाशेगी। अभिषक मनु सिंधवी ने तेल कंपनियों केा खूद कीमते तय करने के अधिकार वापस लेने के सरकार के किसी प्रस्ताव से भी इनकार किया है।
पेट्रोल मूल्य वृद्धि पर ममता की दहाड़ से सहमी सरकार
कीमत कम होने के आसार
एस एन वर्मा - 2011-11-04 12:50
नई दिल्ली। मंहगाई की मार से त्रस्त आम जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसे पेट्रोल की कीमत बढाने के सरकार के फैसले से यूपीए के घटक दल बिदक गए हैं। यूपीए के प्रमुख घटक त्रृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तो सरकार में अपनी पार्टी की भागीदारी वापस लेने तक की धमकी दे दी। ममता ने सरकार को प्रधानमंत्री की स्वदेश वापसी तक की मोहलत दी है। उधर, ममता की दहाड़ से सहमी सरकार ने पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के अपने फैसले को वापस लेने संकेत दिया है। कांग्रेस ने भी लोगों को राहत दिलाने की बात की है।