पहली सूची में रायबरेली और अमेठी से किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव घोषणा कर चुके हैं कि उनकी पार्टी रायबरेली में सोनिया गांधी के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी। अमेठी के बारे में उन्होंने अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है। लेकिन पहली सूची में अमेठी से किसी उम्मीदवार का नाम नहीं आने से इस अटकलबाजी को हवा मिल रही है कि शायद सपा अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ भी अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करे।
पहली सूची को जारी करते समय सपा महासचिव गोपाल प्रसाद यादव ने कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हो रही है, ताकि जब कभी भी इसका चुनाव हो, पार्टी उसका सफलतापूर्वक सामना कर सके।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश से अपनी पार्टी के 55 से 60 लोकसभा उम्मीदवार को जीतते हुए देखना चाहते हैं, ताकि चुनाव के बाद वे अगली सरकार के गठन में प्रभावी भूमिका निभा सकें। वे अपने कार्यकत्र्ताओं को कहते हैं कि यदि वे उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं तो कम से कम 60 सीटों पर सपा उम्मीदवारों की जीत को वे सुनिश्चित करें। यदि वे प्रधानमंत्री नहीं भी बन सकें, तो उनका लक्ष्य किंगमेकर बनने पर है।
सूची जारी करते हुए राम गोपाल यादव ने कहा कि जल्द उम्मीदवार तय करने से एक फायदा यह होगा कि उम्मीदवार अभी से अपने अपने क्षेत्रों में लोगों से जुड़ने का काम शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि अंतिम समय में उम्मीदवार तय करने से वे अपने लोगों के साथ सही तरीके से नहीं जुड़ पाते हैं और सभी से संवाद स्थापित नहीं कर पाते हैं, भले वे 200 गाडि़यों के साथ अपने क्षेत्र में प्रचार करें।
टिकट का जिस तरह पार्टी ने बंटवारा किया है, उससे साफ लगता है कि उसने नेताओं के परिवारों के सदस्यों को उपकृत करने में किसी तरह की झिझक नहीं दिखाई है। इस सूची में मुलायम सिंह यादव के परिवार के ही 4 सदस्य हैं। वे खुद मैनपुरी से चुनाव लड़ने वाले हैं, तो उनकी पुत्रवधु डिंपल यादव कन्नौज से चुनाव लड़ेंगी। उनके भतीजे रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव फिरोजाबाद से चुनाव लड़ेंगे। एक अन्य भतीजा धर्मेन्द्र यादव बदायूं से चुनाव लड़ेंगे।
इसके अतिरिक्त पार्टी के अन्य नेताओं की बेटियों, बेटों व पत्नियों को भी भारी पैमाने पर टिकट दिए गए हैं।
अखिलेश सरकार में शामिल आनंद भदौरिया को भी लोकसभा का टिकट दिया गया है। अरुण कुमार शुक्ला, जो अन्ना के नाम से भी जाने जाते हैं, टिकट पाने वालों में शामिल हैं। गौरतलब है कि अन्ना का आपराधिक इतिहास रहा है और उन पर अनेक मुकदमे अभी भी चल रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने टिकट वितरण में जातिगत संतुलन का भी ध्यान रखा है। 55 टिकटों में 10 टिकट तो राजपूतों को दिया गया है, जबकि 8 यादव टिकट पाने वालों में शामिल हैं। इन आठ में अकेले मुलायम परिवार से 4 हैं। 4 मुसलमानों, 4 ब्राह्मणों, 5 कुर्मियों, 2 जाटों, 2 निषादों और 14 अनुसूचित जाति के लोगांे को भी टिकट दिए गए हैं। मुसलमानों की आबादी उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा है, इसलिए आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है कि उन्हें सिर्फ 4 टिकट ही क्यों दिए गए। समाजवादी पार्टी के नेता कहते हैं कि अभी तो सिर्फ 55 सीटों का ही फैसला हुआ है। शेष सीटों से उम्मीदवारों की घोषणा के बाद यह शिकायत दूर हो जाएगी।
इस सूची में 7 महिलाओं को भी शामिल किया गया है। (संवाद)
सपा ने पहली सूची जारी कर अन्य दलों के ऊपर बढ़त हासिल की
टिकट वितरण में परिवारवाद का जोर
प्रदीप कपूर - 2012-11-19 12:06
लखनऊः लोकसभा चुनाव की जल्द होने की संभावना के मद्देनजर समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सुची जारी कर दी है। उत्तर प्रदेश में लोकसभा के 80 क्षेत्र हैं। उनमें से 55 क्षेत्रों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा सपा ने कर दी है।