ऐश्वर्या राय बच्चन के गुजरात में नरेन्द्र मोदी के ब्रिगेड में शामिल होने से किसी को शायद आश्चर्य नहीं होगा, क्योंकि उनके ससुर अमिताभ बच्चन तो पहले ही गुजरात के पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर बने हुए थे। वे गुजरात के हजारों साल की परंपरा और उसकी संस्कृति का प्रचार कर रहे थे। वे हिंदुओं के सभी धार्मिक रिवाजों और रीतियों के प्रचार में भी लगे हुए थे। वे बता रहे थे कि विदेशी हमलावरों के हमलों के बावजूद कैसे गुजरात ने अपनी संस्कृति को सुरक्षित रखा। वे मोदी के हिंदुत्व का प्रचारक बने हुए थे।

पिछले एक दशक से मोदी के गुजरात पर देश भर में गरमागरम बहस चल रही है। देश के बड़े उद्योगपति और काॅर्पोरेट घराने मोदी का एक महान राजनेता मानते हैं और कहते हैं कि वे देश के सबसे कुशल प्रशासक है, लेकिन जमीनी स्तर पर देखा जाता है कि वहां के गरीबों की बदहाली बढ़ती जा रही है। धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति भी खराब बनी हुई है। वे मोदी के गुजरात की एक अलग कहानी बताते हैं। प्रदेश में महंगाई है, भ्रष्टाचार है, कानून व्यवस्था की स्थिति भी खराब है और शिक्षा का अंधाधुंध निजीकरण होता जा रहा है, लेकिन दूसरी मोदी की काॅर्पोरेट सफलता का गाना भी गाया जा रहा है।

लेकिन अमिताभ बच्चन और उनकी बहु द्वारा मोदी के गुजरात की प्रशंसा में उतरने का कारण कुछ और है। उनकी पैनी नजर हमेशा पैसों पर टिकी होती है। आज मोदी को देश के भावी प्रधानमंत्री के रूप में कुछ लोग देखते हैं और बच्चन परिवार को लगता है कि देश के भावी प्रधानमंत्री से अपने संबंध अभी से ठीक करके रखने चाहिए। और उधर जया बच्चन को अपनी बहु और पति के इस कारनामे से कोई फर्क नहीं पड़ता। वे समाजवादी पार्टी की सांसद हैं। समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह भारतीय जनता पार्टी के ध्रुव विरोधी हैं। भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए वे समय समय पर कांग्रेस का साथ देते रहते हैं। जया बच्चन भी अपने नेता मुलायम सिंह के साथ खड़े होकर कभी कांग्रेस सरकार का साथ देती हैं, तो कभी सदन से बहिष्कार कर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करती हैं। उनका पति दूसरी तरफ उसी भाजपा का समर्थन करते हैं। जया बच्चन मुसलमानों को खुश रखने की राजनीति कर रहे मुलायम सिंह के साथ मलाई खा रही हैं, तो पति अमिताभ और बहु ऐश्वर्या मुसलमानों के नफरत का निशाना बने नरेन्द्र मोदी के साथ बैठकर मलाई खाने में व्यस्त हैं। वो उधर मक्खनबाजी कर रहे हैं, तो ये इधर मक्खनबाजी कर रही हैं।

अमिताभ बच्चन अकेले फिल्मी दुनिया के ऐसे शख्स नहीं हैं, जो इस तरह के कारनामे दिखा रहे हैं। अपने को बार बार सुपरस्टार घोषित करने वाले शाहरूख खान भी कुछ वैसा ही कारनामा कर रहे हैं, हालांकि वह ऐसा कारनामा किसी और के लिए किसी और प्रदेश में कर रहे हैं। उन्होंने ममता बनर्जी को प्रोमोट करने का ठेका ले रखा है। पश्चिम बंगाल देश में में सबसे खराब शासन के दौर से गुजर रहा है और उस कुशासन को बेशर्मी से शाहरुख प्रमोट करते हैं। ब्रांड बंगाल को विज्ञापित करने का जिम्मा उन्होंने अपने सिर पर ले रखा है।

ब्रांड अंबेसडर का जनता के प्रति कुछ दायित्व होता है और यह कि उसे झूठ के पुलिंदे का प्रचार नहीं करना चाहिए, पर दुर्भाग्य से गुजरात के लिए अमिताभ बच्चन और पश्चिम बंगाल के लिए शाहरुख खान वही कर रहे हैं और इसके पीछे उनकी नजर पैसों पर है और पैसों के अलावा भी अन्य चीजों पर उनकी नजरें टिकी हुई हैं। अमिताभ बच्चन और उनकी पुत्रबधु ऐश्वर्या जो गुजरात में कर रही हैं, वह तो काफी शर्मनाक है। (संवाद)