अल्पसंख्यकों को जोड़ने के लिए कांग्रेस ने आतंरिक व विदेश नीति में, खास कर पड़ोसी देशों के मुस्लमानों के प्रति अपना नजरिया साफ करने की बात कही है। देश के मुसलमान भावनात्मक रूप से दूसरे देशों के मुस्लिमों से जु़ड़े रहे हैं। इजराइल के प्रति मुस्लिम आबादी की सोच सरकार से भिन्न रही है। इसलिए इजराइल के साथ संबंधों को फिलिस्तीन के मुस्लिम हितों केा ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ाने चर्चा की गयी है।पाकिस्तान तथा बांग्लादेश के साथ रिश्तों में विशेष ध्यान रखने की जरूरत बताई गयी है।
देश के मुसलमानों में कांग्रेस के प्रति भरोसा कम गया है। उनमें विश्वास पैदा करने के लिए उनकी मांगों केा पूरा करने की जरूरत बतायी गयी है। विधानसभा के चुनावों में क्षेत्रीय दलों ने कांग्रेस के मुस्लिम वोटों में सेंध लगाई है। कांग्रेस के लिए यह चिंता का विषय रहा हैं। इसलिए वह चाहती हैं कि मुस्लिमों की मांगों को पूरा कर उनमें विश्वास पैदा की जाए। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के परिपेक्ष्य में अल्पसंख्यकों पर चर्चा की गयी है। इसकी घोषणा कल की जाएगी।
कांग्रेस के चिंतन बैठक में हुई अल्पसंख्यकों को जोड़ने की कवायद
एस एन वर्मा - 2013-01-20 04:00
जयपुर।इस गुलाबी नगरी जयपुर में आयोजित कांग्रेस के चिंतन शिविर में अल्पसंख्यकों को जोड़ने के उपायों पर भी चिंतन किया गया।उत्तर प्रदेश,बिहार जैसे राज्यों से कांग्रेस को मुस्लिम आबादी से अपेक्षित सहयोग न मिलना उसे खलता रहा है। विधानसभा चुनावाों में मुस्लिम वेाटों का खिसकना जारी है। ऐसे में कांग्रेस अल्पसंख्यकों की मांगों को पूरा करना और उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कई उपायों पर चर्चा की है।जिसकी घोषणा कल कांग्रेस अधिवेशन में की जाएगी।