इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपने प्रदेश के औद्योगिक विकास की संभावनाओं को दिखाने का मौका मिला। अवसर का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने एक देशी तथा विदेशी निवेशकों को प्रदेश में निवेश करने का आमंत्रण दिया ।

उन्होंने सभी निवेशकों को कहा कि वे अपने अंदर क्रिस्टोफर कोलंबस की आत्मा पैदा करें और निवेश अवसरों को सबसे पहले ढूंढ़ निकालने के लिए आगे आएं।

मुख्यमंत्री ने इस सम्मेलन के दौरान सरकार की अनेक नीतियों की घोषणा भी कर डाली, ताकि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेशकों और निवेश को आकर्षित किया जा सके।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की उन घोषणाओं का लोगों ने काफी महत्व दिया, जिनमें उन्होंने वादा किया कि प्रदेश में विश्व स्तर का इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा।

राज्य सरकार ने घोषणा की कि वह उद्योगों के लिए बेहतर नीतिगत माहौल बनाएगी, प्रशासनिक सुधारों को बढ़ावा देगी और निजी सेक्टर के साथ पार्टनरशिप करते हुए मजबूत प्रशासन देना चाहेगी।

उस अवसर पर केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा भी वहां मौजूद थे। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ अनेक दौरों में बातचीत की। उन्होंने मुख्यमंत्री से वायदा किया कि वे प्रदेश में केन्द्रीय निवेश को बढ़ाएंगे।

केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री ने यह भी घोषणा की उत्तर प्रदेश अपने आपमें एक मैन्युफैक्चरिंग जोन होगा। उन्होनें कहा कि केन्द्र सरकार के पास एक प्रस्ताव है, जिसके तहत पूरे देश को 12 मैन्युफैक्चरिंग जोन में बांटा जाना है।

आगरे के सम्मलेन ने मुख्यमंत्री को देश के बड़े उद्योगपतियों के साथ अलग अलग बातचीत करने का मौका भी प्रदान किया। देश के साथ साथ दूसरे देशों के उद्योगपतियों से भी उन्होंने अकेले में बातचीत की और उनके द्वारा प्रदेश में किए जाने वाले प्रस्तावित निवेशों पर चर्चा की।

जिन खास उ़द्योगों के प्रमुखों और उनके प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बाच की, उमें भारती इंटरप्राइजेज, महिंद्रा और महिंद्रा, एचसीएल, टाटा केमिकल्स, और एडिसन चैन्नई भी शामिल थे। स्लोवनिया के उप प्रधानमंत्री राडोवन जेरजार, तथा अमेरिकी सरकार के प्रतिनिधियों ने भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की और वायदा किया कि उनका देश भी उत्तर प्रदेश में निवेश करने में दिलचस्पी रखता है।

अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के अध्यक्ष राॅन सोमर्स ने मुख्यमंत्री द्वारा नीतिगत घोषणाओं के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आगामी मार्च महीने में ही अमेरिका का एक प्रतिनिधि मंडल उत्तर प्रदेश का दौरा करेगा और वहां निवेश की संभावनाओं की तलाश करेगा। (संवाद)