विशाल एक गुट इस फैसले के लिए चांडी गुट को जिम्मेदार ठहरा रहा है। चांडी गुट के टी राधाकृष्णन गृहमंत्री हैं। आरोपियों के दोषमुक्त धोषित किए जाने के लिए गृहमंत्री राधाकृष्णन को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
विशाल गुट के नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रमेश चेनिंथाला हैं। सबसे पहली गोली उन्हानें ही दागी और कहा कि यह बहुत ही चिंता की बात है कि हत्या के अभियुक्त दोष मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने उम्मीद की कि इस फैसले के खिलाफ सरकार अपील दायर करेगी।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव सुब्रमण्यने कहा कि सरकार की विफलता का ही नतीजा है कि गवाह एक के बाद एक मुकरते चले गए। गौरतलब है कि अधिकांश गवाह सीपीएम के समर्थक थे।
मुख्यमंत्री चांडी और गृहमंत्री राधाकृष्णन ने इस मुकदमे के दौरान पुलिस की भूमिका को सराहा और कहा कि जांच में किसी तरह की कमजोरी नहीं बरती गई थी। गृहमंत्री ने तो यहां तक कहा कि मुकदमे की पैरवी करने वाला वकील रमेश चेनिंथाला गुट का एक प्रमुख नेता था।
गृहमंत्री के इस बयान ने आग में घी का काम किया है। अब विशाल गुट के नेता इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि दोषमुक्त किए जाने से साफ लग रहा है कि जांच सही ढंग से नहीं की गई थी। इसलिए अब उसकी जांच सीबीआई द्वारा कराई जानी चाहिए। विशाल गुट के दो नेता मुरलीधरन और सुधाकरन का कहना है कि प्रदेश पुलिस में अब लोगो ंका भरोसा समाप्त हो गया है।
सीबीआई जांच की मांग सीधे सीधे गृहमंत्री पर हमला है। वे इस फैसले के बाद भारी दबाव में आ चुके हैं। आने वाले दिनों में कांग्रेस के अंदर की गुटबाजी और भी तेज होने वाली है। विशाल गुट के नेता इस मसले को पार्टी उच्च कमान के पास ले जाने के मूड में हैं। अब गुट के कुछ नेता कहने लगे हैं कि राधाकृष्णन से गृहमंत्रालय ले लिया जाना चाहिए और चेनिंथाला को ही इस मंत्रालय में बैठा देना चाहिए।
विशाल गुट का गुस्सा अकारण नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि उन अभियुक्तों के दोषमुक्त किए जाने से कांग्रेस के पास सीपीएम के खिलाफ जो एक बड़ा हथियार था, वह हाथ से निकल चुका है। आने वाले लोकसभा चुनाव में इस हथियार से विशाल गुट के कांग्रेसियों को काफी उम्मीद बंधी हुई थी। एक हथियार हाथ से निकल गया और दूसरी तरफ सोलर पैनल घोटाले के रूप में एक बड़ा हथियार विपक्ष के पास है। ऐसी हालत में लोकसभा चुनाव में विपक्ष का सामना करने में अपने आपको विशाल गुट कमजोर समझ रहा है।
विशाल गुट ही नहीं, बल्कि यूडीएफ के अन्य सहयोगी दल भी इन अभियुक्तों के दोषमुक्त होने से सदमे में हैं। उनका मानना है कि यह फैसला सीपीएम के लिए हौसला बुलंदी का फरमान लेकर आया है। इससे पूरे विपक्ष का हौसला भी बुलंद हो रहा है। उनका मानना है कि बदली हुई परिस्थितियों में यूडीएफ के लिए अपनी बढ़त बनाए रखना बहुत ही कठिन होगा।
इस फैसले के बाद स्वाभाविक रूप से सीपीएम खेमे में उत्सव का माहौल है। सीपीएम के प्रदेश सचिव विजयन ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि पार्टी तो पहले से ही कह रही थी कि उस हत्याकांड में सीपीएम के समर्थकों का हाथ नहीं है और उन पर झूठे मुकदमे चलाए जा रहे हैं।
इस मुकदमे का अंतिम फैसला चाहे जो भी हो, इस समय इन 20 अभियुक्तों को दोष मुक्त घोषित किए जाने से सीपीएम को भारी राहत मिल रही है। इससे विपक्षी एलडीएफ भी मजबूती पा रहा है औन वाले लोकसभा चुनाव में इसका असर पड़ेगा। (संवाद)
चंद्रशेखरन हत्या कांड के 20 अभियुक्त दोषमुक्त
कांग्रेस के अंदर गुटीय संघर्ष तेज
पी श्रीकुमारन - 2013-09-17 13:28
तिरुअनंतपुरमः रेवल्युशनरी माक्र्सवादी पार्टी के नेता टीपी चन्द्रशेखरन की हत्या के 20 आरोपी दोषमुक्त घोषित किए जा चुके हैं। अदालत के इस फैसले के बाद कांग्रेस के अंदर गुटीय संघर्ष और भी तेज हो गया है।