कृषि, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री शरद पवार ने आज यहां एक समारोह में इस सूखा प्रबंधन पुस्तिका का लोकार्पण किया।
इस पुस्तिका को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान ने तैयार किया है और इसे सूखा प्रबंधन के पिछले अनुभवों के आधार पर तैयार किया गया है तथा सूखे के असर को कम करने की व्यापक प्रक्रियाओं और उपायों के बारे में अनेक प्रकार के सुझाव दिए गए हैं।
बार-बार सूखे की समस्याओं से जूझते हुए देश ने अनेक अनुभवों को हासिल किया है, जिनमें न केवल तत्काल राहत उपलब्ध कराने के उपाय, बल्कि सूखा कम करने के दीर्घकालीन उपाय भी शामिल हैं। देश आजाद होने के बाद सरकार द्वारा खाद्यान्न उत्पादन पर जोर देने, सार्वजनिक वितरण की दुकानों के जरिए अकाल की विभीषिका को दूर करने के उपायों को अपनाने के फलस्वरूप अब अकाल की त्रासदी को बहुत दूर तक हटाने में कामयाबी हासिल हो चुकी है।
इन सभी संदर्भों को ध्यान में रखते हुए सूखा प्रबंधन से सम्बद्ध सभी अवधारणाओं और मुद्दों, व्यापक संस्थागत ढांचों और संचालनात्मक विवरणों को एक स्थान पर एकत्रित करने की आवश्यकता थी। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए कृषि और सहकारिता विभाग ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान से आग्रह किया कि वह एक ऐसी पुस्तिका तैयार करे जिसमें सूखा प्रबंधन के बारे में व्यापक और समन्वित दृष्टिकोण अपनाया जाए और सूखा की समस्या को मिटाने तथा उससे निबटने के लिए कारगर ढंग से अमल किया जा सके।#
भारतीय सूखा प्रबंधन पुस्तिका जारी
विशेष संवाददाता - 2010-01-04 17:00
नई दिल्ली: भारतीय सूखा प्रबंधन पुस्तिका आज यहां जारी कर दी गयी। आशा है कि यह पुस्तिका प्रशासकों, विशेषज्ञों तथा सूखा शमन और राहत कार्यक्रमों पर अमल करने वाले विशेषज्ञों और नागरिक समाज के लिए प्रभावी एवं व्यावहारिक मागर्दर्शिका सिद्ध होगी।