बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावेडकर के अनुसार चीनी के दाम और बढ़ने संबंधी पवार के बयान आने के बाद चीनी की कीमत में जबर्दस्त उछाल आई है। इसका सीधा फायदा सटोरियों और मुनाफाखोरों ने उठाया है।
बीजेपी के प्रवक्ता प्रकाश जावेडकर ने आज कहा कि आम जनता की पीड़ा से इस सरकार का कोई लेना देना नहीं है। इसका सबूत देश की सरकार के कृषि मंत्री शरद पवार हैं जिनके एक बयान से चीनी का मूल्य 35 रु प्रति किलो से बढ़ कर 40 रु प्रति किलो हो गया। उन्होंने बताया कि कृषि मंत्री ने ऐसा बयान दे कर गरीब आदमी को राहत नहीं पहुंचायी बल्कि उसकी पीड़ा और बढ़ा दी है। पवार के बयान के बाद सटोरियों और जमाखोरों ने चीनी का दाम बढ़ा कर भारी मुनाफा कमाया है। उन्होंने बताया कि कृषि मंत्री के इस रवैये से साफ पता चलता है कि कांग्रेस और सटोरिओं की मिली भगत है और उनके बीच पैसों का लेन देन हुआ है।
प्रकाश जावेडकर के अनुसार पिछले वर्ष जिस मूल्य पर किसानों से गन्ना की खरीद की गयी , उसके अनुसार चीनी का भाव इस वर्ष 25 रु से ज्यादा नहीं होना चाहिए था। पिछले वर्ष मिल मालिकों ने 16 सौ रु प्रति क्विंटल की दर गन्ना की खरीद की थी। उन्होंने बताया कि चालू वर्ष में मिलों द्वारा 2 हजार से 2025 रु प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदी जा रही है। इस हिसाब से अगले साल चीनी 30 से 35 रु प्रति किलों की दर से बिकनी चाहिए लेकिन ऐसा संभव नहीं है क्योंकि पवार के बयान आने के बाद ही चीनी का भाव 40 रु प्रति किलो हो गया है। अगले साल तक इसकी कीमत 40 से बढ़ कर 50 रु प्रति किलो हो जाने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कृषि मंत्री ने इस तरह के गैर जिम्मेराना बयान दे कर आम जनता का संकट और बढ़ा दिया है ,इसलिए पवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।#
भारत: मूल्यवृद्धि
कांग्रेस और सटोरिओं की मिली भगत
गैर जिम्मेदाराना बयान के लिए पवार से भाजपा ने इस्तीफा मांगा
एस एन वर्मा - 2010-01-05 12:48