रविशंकर प्रसाद ने आज महात्मा गंाधी के पौत्र राजमोहन गांधी की पुस्तक को प्रमाण के तौर प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें तबके गृह मंत्री सरदार पटेल के हवाले यह कहा गया है कि गांधी की हत्या में संघ का हाथ नहीं है।बाद में कपुर आयोग ने भी अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया था कि गांधी की हत्या का षडयंत्र हिंदू महासभा के लोगों ने रचा था।

राहुल गांधी के इतिहास के ज्ञान केा झुठलाने के बाद बीजेपी प्रवक्ता ने उनसे तीखे सवाल पूछते हुए कहा कि वे बताएं कि मौलाना आजाद तथा सरदार पटेल केा भारत रत्न नेहरू-इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्रित्व के कार्यकाल में क्यों नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की मृृत्यु 1950 जबकि मौलाना आजाद की मृत्यु 1958 में हुई थी।जवाहर लाल नेहरू 17 साल तक प्रधानमंत्री रहे,इंदिरा गांधी 16साल तक प्रधानमंत्री थी वहीं राजीव गांधी 5 साल तक प्रधानमंत्री रहे हैं लेकिन उनके कार्यकाल में न तो सरदार पटेल और न मौलाना आजाद केा भारत रत्न देने के काबिल समझा गया। बाद में , 1991 तथा 1992 में दोनों को नरसिंह राव के कार्यकाल में भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया।

मौलाना आजाद व सरदार पटेल केा नेहरू इंदिरा गांधी के कार्यकाल में भारत रत्न न दिए जाने के सवाल के जबाब में कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि भारत रत्न एक प्रक्रिया पूरा किए जाने के बाद दिया जाता है।भारत रत्न न दिए जाने से किसी की महानता कम नहंी हो जाती है।देश ऐसे अनेक महान पुरुष हैं जो इसकी योग्यता रखते है।