हालांकि जब तब उनके मुह से दूसरी ध्वनि भी निकलती रही। एक बार जब उनसे गुजरात के दंगे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह दुखद था, लेकिन इसके साथ यह भी कह डाला कि चलती कार के नीचे आकर यदि किसी कुत्ते के बच्चे की मौत हो जाती है, तो वह भी बहुत तकलीफदेह होती है। हालांकि वे मुसलमानों का यह कहकर मजाक नहीं उड़ाते हैं कि हम पांच और हमारे पच्चीस। इस तरह की बात वे उड़ाते हैं, जो यह कहना चाहते हैं कि 4 बीवियों के साथ एक मुस्लिम 25 बच्चों का बाप होता है।
मोदी मुशर्रफ के पहले मियां शब्द का इस्तेमाल करते थे। गुजरात के ही अहमद पटेल के नाम के पहले भी वे मियां शब्द का इस्तेमाल करना नहीं भूलते थे। जब इसके लिए उनकी आलोचना होने लगी, तो उनके समर्थकों ने यह कहना शुरू कर दिया कि मियां तो सम्मानसूचक शब्द है और वे किसी मुस्लिम के नाम के पहले इस शब्द का इस्तेमाल उनका सम्मान करने के लिए करते हैं। हालांकि हिंदुओं को पता होता है कि मियां कहकर मोदी उनका मजाक उड़ाया करते हैं और अपने समर्थकों व सुनने वालों को उनकी मुस्लिम पहचान की याद दिलाते हैं।
दुर्भाग्य से नरेन्द्र मोदी ओर उनके समर्थकों द्वारा उन्हें उदार दिखाने का यह प्रयास उस समय विफल हो गया, जब अमित शाह ने यह कहा कि वह अपमान करने वालों से बदला लेंगे। वे उस समय पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक सभा को संबोधित कर रहे थे और उस सभा में जाटों की संख्या बहुत थी। वे इस तरह की बात जाटों को ही संबोधित करते हुए कह रहे थे। एक जाट लड़की की एक मुस्लिम युवक द्वारा छेड़े जाने की घटना के कारण ही पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर मंे सांप्रदायिक दंगा हो गया था। वे अपमान की बात जाट लड़की को छेड़े जाने के संदर्भ में कर रहे थे। जाहिर है, वे मुसलमानों से बदला लेने की बात कर रहे थे और कह रहे थे कि उनकी पार्टी की सरकार यदि सत्ता में आई, तो जाटों के साथ हुए अपमान का बदला लिया जाएगा। जाहिर है, वह किससे बदला लेने की बात कर रहे थे। उन्होंने जाट समुदाय के लोगों को उनके खिलाफ मतदान करके बदला लेने के लिए भी कहा जो मुसलमानों के संरक्षक बन रहे थे उनको मुआवजा दे रहे थे।
अमित शाह अकेले भाजपा नेता नहीं हैं, जो इस तरह की बात कर रहे हैं। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी मुसलमानों को धमकी देते हुए कहा कि हिंदू उनके खिलाफ आक्रामक हो सकते हैं, यदि उन्होंने नरेन्द्र मोदी के खिलाफ हिंसात्मक बातें की। गौरतलब है कि एक कांग्रेसी उम्मीदवार ने मोदी के बारे में धमकी के लहजे में सहारनपुर में कुछ कहा था। एक साधारण कांग्रेसी की उस बात पर वसुंधरा राजे जैसी भाजपा की बड़ी नेता का उस तरह जवाबी बयान यह साबित करता है कि भाजपा के अंदर कुछ नहीं बदला हैए जहां तक मुसलमानों के बारे में उनके सोचने की बात है। इससे तो यही लगता है कि अंततः नरेन्द्र मोदी ही कट्टर हिंदुत्ववाद को ही चुनेंगे। (संवाद)
भारत
मोदी अंततः कट्टरवादी हिंदुत्व को ही चुनेंगे
अमितशाह ने अपना सही रूप दिखाया
अमूल्य गांगुली - 2014-04-10 01:48
जब से नरेन्द्र मोदी को यह अहसास हुआ कि उनका क्रिया और प्रतिक्रिया वाला सिद्धांत गुजरात से बाहर उनके लिए कामगार नहीं होगा, उन्होंने अपना एक नया चेहरा दिखाना शुरू कर दिया। वह नया चेहरा था उदारतावाद का। उन्होंने यह दिखाने की कोशिश की वे मुसलमानों के प्रति नरम रवैया रखते हैं। यह दिखाने के लिए उन्होंने सदभावना अभियान चलाया, जिसके तहत उन्होंने उपवास रखे और सद्भावना सभाओं का आयोजन किया। उन्होंने यह दिखाने की कोशिश की कि मुसलमान भी उन्हें बहुत चाहते हैं।