आयकर विभाग द्वारा कराई गई आंतरिक जांच में यह पाया गया कि रिफंड के कुछ मामलों के लिए कुछ अधिकारियों के आईडी तथा पासवर्डों का जाली इस्तेमाल किया गया है। इस धोखाधड़ी का पता चलने के बाद आयकर विभाग ने इस नुक्सान की भरपाई के लिए कुछ कदम उठाये हैं :-
1. भुगतान रोकने के आदेश जारी कर दिये गये हैं जिसके परिणामस्वरूप कम से कम दो मामलों में रिफंड रुक गया है।
2. आयकर निदेशालय (जांच), मुम्बई ने उन खातों में जिनमें यह भुगतान हुए है, उनके लाभार्थियों की जांच तथा खोजबीन की है।
3. आयकर विभाग के जांचकर्ताओं ने इस धोखाधड़ी में शामिल बैंक खातों, लाभार्थियों तथा कुछ घोटालेबाजों का पता लगाया है।
4. मुम्बई पुलिस तथा सीबीआई मुम्बई को मामले की सूचना दे दी गई है।
आगे से ऐसी धोखाधड़ी न हो इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाये गये हैं :-
1. चालू वित्ता वर्ष में बडे़ रिफंडों की जांच की जाएगी।
2. बडे रिफंडों को एक फुलप्रूफ व्यवस्था से गुजरना होगा।#
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सीबीडीटी इस वित्तीय वर्ष में सभी बड़े रिफंडों की जांच करेगा
आयकर रिफंड में शामिल बैंक खातों, लाभार्थियों तथा कुछ घोटालेबाजों की मुम्बई में पहचान हुई
विशेष संवाददाता - 2010-01-25 17:04
नई दिल्ली: केंद्रीय प्रत्यक्ष आयकर विभाग ने कहा है कि 12 जनवरी 2010 को या उसके आसपास आयकर विभाग मुम्बई के एक अधिकारी का ध्यान इस बात पर गया है कि बिना उसकी जानकारी या उसके वरिष्ठ अधिकारियों की मंजूरी के उसके अधिकार क्षेत्र से आयकर रिफंड हुआ है। इस अधिकारी ने इस बात की जानकारी तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी।