आयकर विभाग द्वारा कराई गई आंतरिक जांच में यह पाया गया कि रिफंड के कुछ मामलों के लिए कुछ अधिकारियों के आईडी तथा पासवर्डों का जाली इस्तेमाल किया गया है। इस धोखाधड़ी का पता चलने के बाद आयकर विभाग ने इस नुक्सान की भरपाई के लिए कुछ कदम उठाये हैं :-

1. भुगतान रोकने के आदेश जारी कर दिये गये हैं जिसके परिणामस्वरूप कम से कम दो मामलों में रिफंड रुक गया है।

2. आयकर निदेशालय (जांच), मुम्बई ने उन खातों में जिनमें यह भुगतान हुए है, उनके लाभार्थियों की जांच तथा खोजबीन की है।

3. आयकर विभाग के जांचकर्ताओं ने इस धोखाधड़ी में शामिल बैंक खातों, लाभार्थियों तथा कुछ घोटालेबाजों का पता लगाया है।

4. मुम्बई पुलिस तथा सीबीआई मुम्बई को मामले की सूचना दे दी गई है।

आगे से ऐसी धोखाधड़ी न हो इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाये गये हैं :-

1. चालू वित्ता वर्ष में बडे़ रिफंडों की जांच की जाएगी।

2. बडे रिफंडों को एक फुलप्रूफ व्यवस्था से गुजरना होगा।#