बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रकाश जावेडकर ने कहा कि सरकार का यह बचकाना तर्क है कि राष्ट्रीय झंडा फहराए जाने से अलगाववादियों और अतिवादियों को उकसावा मिलेगा तथा इससे अनावश्यक उत्तेजना पैदा होगी।

श्री जावेडकर ने बताया कि गत 19 वर्षों से सीमा सुरक्षा बल और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल वहां प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराते रहे हैं। यह परिपाटी बीजेपी के तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष डॉ मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में अलगाववादियों और पाक प्रायोजित मिलिटेंटों की चुनौती के बीच राष्ट्रव्यापी एकता यात्रा प्रारंभ किए जाने के बाद शुरू की गई थी।

उन्होंने कहा कि सरकार का निर्णय सुरक्षा बलों और भारत के लोगों के मनोबल को गिराने वाला है। इस निर्णय को हुर्रियत द्वारा प्रतिवर्ष 26 जनवरी को बंद आयोजित करने की लगातार करतूतों की पृष्ठभूमि में देखा जाना चाहिए।

इसमें यह तथ्य भी जुड़ गया है कि पाकिस्तान सीमापार से भारी संख्या में आतंकवादियों को भारत में भेजने का प्रयास कर रहा है और सीमा पर अनेक स्थानों पर भारी गोलाबारी कर रहा है। यहां यह याद रखना समीचीन होगा कि गत वर्ष भारी संख्या में कश्मीरी लोगों ने लाल चैक पर ध्वजारोहण समारोह में भाग लिया था। सरकार ने इस समारोह में लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने की बजाय झंडा फहराने के समारोह को ही रद्द करने का फैसला किया।#